आमजन दूध,सब्जी व राशन सामग्री के लिए परेशान
मंडावा। कस्बे में कोरोना पॉजिटिव के पांच केस आने के बाद जिला कलेक्टर ने 4 अप्रैल को कर्फ्यू लगा दिया था जो कोरोना की कड़ी तोडऩे के लिए जरूरी भी था।कस्बे में रविवार को 23 वें दिन भी कर्फ्यू जारी रहा।हालांकी इस दौरान प्रशासन की ओर से आमजन को राहत पहुंचाने के लिए राशन सामग्री,थैली का दूध व सब्जियां वार्ड अनुसार वितरित करने का प्रयास भी किया।वहीं देखा जाए तो कस्बे में अभी भी लोग जरूरत की सामग्री के लिए परेशान नजर आ रहे हैं।जानकारी अनुसार कई ऐसे परिवार है जो थैली का दूध नहीं लेते है,उनको खासी परेशानी उठानी पड़ रही हैं। सब्जियों को वितरण भी किया जा रहा है लेकिन हर घर व परिवार तक अभी भी उक्त सामग्री नहीं पहुंच पा रही है।लोगों का कहना है की कर्फ्यू हटेगा तो लॉकडाउन के दौरान प्रशासन की ओर से कुछ राहत मिलेगी तथा किराणा सहित आवश्यक सेवाओं की दुकानें खुलेगी तो वो रोजाना काम में आने वाली वस्तुओं की खरीददारी भी कर सकेंगे।वहीं लोगों ने प्रशासन से आग्रह भी किया है की जो दुध लेकर कस्बे में घर-घर सप्लाई के लिए आते थे उनको भी प्रमुखता के साथ छुट देनी चाहिए ताकि यह परेशानी भी आमजन की दूर हो।हालांकी यह कठिन दौर है और कस्बे की जनता ने प्रशासन का सहयोग भी पूरा किया। लेकिन कर्फ्यू के दौरान कई प्रशासनिक अव्यवस्थाएं भी देखने को मिली एवं जरूरतमंदो को भी अपना हक मांगने के लिए बार- बार गुहार प्रशासन से लगानी पड़ी।कुछ लोगों ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कस्बे में अभी भी कई ऐसे जरूरतमंद लोग है जिनको सरकारी सहयोग नहीं मिला है तथा कई लोगों पर मेहरबानी भी वार्ड पार्षदो की रही।जानकारी अनुसार पार्षदों ने भी अपने चेहतों को खुलकर लाभ पहुंचाया।वहीं कस्बे में कई ऐसे लोग भी है जिन्होंने दोहरा लाभ लिया तथा जो बीपीएल व खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े है उन्होंने राशन डीलर से भी सरकारी नि:शुल्क गेहूं प्राप्त कर लिया तथा प्रशासन द्वारा जो किट जरूरतमंदो को बांटे जा रहे है वो भी उनको उपलब्ध करवाए जा रहे है जो की जांच का विषय है। एक ओर लोगों को दोहरा लाभ दिया जा रहा है तो कई ऐसे भी जरूरतमंद है जिनको एकल लाभ भी नहीं मिल रहा है तथा जिनको मिला है दोबारा उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है।एक दफा दिया लाभ ओर कर बैठे इतिश्री। ऐसे में इस सम्पूर्ण मामले की जिला कलेक्टर उमरदीन खान को जांच करवानी चाहिए कि कस्बे में अब तक कितने जरूरतमंदो को किस वार्ड में कितने किट बांटे गए है एवं किस व्यक्ति ने दोहरा सरकारी लाभ प्राप्त किया है। जो बीपीएल व खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े हुए है।ताकि जो हकीकत है वो सामने आए तथा कोई भी जरूरतमंद सरकारी सहायता से वंचित ना रहे।वहीं कुछ लोगों ने बताया कि कस्बे में नियुक्त जिम्मेदार अधिकारी संकट की घड़ी में भी फोन तक नहीं उठाते है ऐसे में कोई अपनी पीड़ा बयां करना चाहे या शिकायत या फिर हो आवश्यक जरूरत तो क्या करे।कर्फ्यू के दरम्यां भी अधिकारियों का यह रवैया अपनाना गैर जिम्मेदाराना है।