जैन, एसपी गौरव यादव, जिला शेसन न्यायाधीश से बालिकाओं ने किया संवाद
आमजन की जनसुनवाई सुनते हुए कलक्टर ने बालिकाओं को दिखाया किस तरह करते हैं परिवादों का निस्तारण
झुंझुनू, 21 जनवरी। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 20 से 26 जनवरी तक जिला, ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर बालिका सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। सप्ताह के द्वितीय दिवस में राजस्थान गल्र्स कॉलेज एवं एसएस मोदी स्कूल की बालिकाओं को कलेक्ट्रेट में स्थित विभागों में जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के कलक्टर चैंबर, जिला शेसन न्यायाधीश कार्यालय के चैंबर, जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के एसपी चैंबर, जिला रसद कार्यालय, चुनाव शाखा, मंडावा रोड़ पर स्थित महिला थाना, एसडीएम कार्यालय सहित विभिन्न विभागों का शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया।
कलक्टर का चैंबर बालिकाओं ने देखा किस तरह जनसुनवाई कैसे करते कलक्टर ः- जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस 2020 के तहत जिला कलक्टर रवि जैन ने मंगलवार को सर्वप्रथम बालिकाओं को अपने चैंबर में बुलाकर आम लोगों से डीएम किस तरह जनसुनवाई करते हैं, उसके बारे में समझाया, जैने ने उसी समय आमजन से जनसुनवाई कर आएं हुए परिवादों के लिए संबंधित को निर्देश दिए।
बालिकाओं से विभागों में किए शैक्षणिक भ्रमण के बारे में ली जानकारी ः – जिला कलक्टर रवि जैन ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के तहत कलेक्ट्रेट में राजस्थान गल्र्स कॉलेज, एसएस मोदी स्कूल कि बालिकाओं से कलेक्ट्रेट एवं अन्य विभागों के शैक्षणिक भ्रमण के बारे में पुछा तो बालिकाओं ने जवाब दिया कि उन्होंने कलेक्ट्रेट के सभी विभागों के कार्यप्रणाली एवं किस स्थान पर कौनसा काम होता हैं, किस तरह संबंधित काम को पूर्ण किया जाता हैं, उसके बारे में जानकारी ली।
बालिकाएं स्पोर्टस में रखे रूची, ः- कलक्टर संवाद में उपस्थित सभी बालिकाओं को को जिला कलक्टर रवि जैन ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सभी लड़कियां स्पोर्टस में भी रूची रखें जिसमें गायन, डांस, डिबैट एवं अन्य प्रकार की स्पोर्टस संबंधित गतिविधियों में भाग लेना चाहिए, उन्होंने उपस्थित कॉलेज एवं संस्था प्रतिनिधियों से कहा कि इन बालिकाओं को समय निर्धारित कर बड़े शहर मे भ्रमण करवाएं, जिससे कि किसी बड़े स्थान या स्टेज पर बोलने में कोई झिझक नहीं हो। सभी बालिकाएं गुरूप के साथ कार्य करें, मनुष्य में सैल्फ कॉन्फिडेंस होना जरूरी हैं, उन्होंने बालिकाओं से कहा कि आप समाजी की आने वाली दिशा को निर्धारित करती हो।
छात्रा ने पूछा आपने किस तरह इन्ट्रव्यू फैस किया, सवाल का जवाब सैल्फ कॉन्फिडेंस से दिया ः- कि कॉलेज की छात्रा ने जिला कलक्टर से सवाल किया किस तरह इन्ट्रव्यू को फैस किस प्रकार करे तो जैन ने जवाब दिया कि आईएएस का इन्ट्रव्यू का जो लम्हा होता हैं, वह बड़ा ही भयभीत करने वाला हैं, उस समय तो केवल सैल्फ कॉन्फिडेंस ही काम आता हैं, उससे आप बड़े से बड़े इन्ट्रव्यू को फैस कर पूछे गए सवाल का पूरे विश्वास के साथ जवाब दे सकते हो। उन्होंने कहा कि सभी बालिकाएं यह सुनिश्चित करें कि नियमित अखबार पड़ना, चैनल पर न्यूज को देखना, आर्टिकल पड़ना, करंट अफैयर्स को देखना, देश में लागू जीएसटी को समझकर अपने क्लास में खड़े होकर सवाल पूछना सहित अन्य कार्य को इन्ट्रव्यू में तुरंत जवाब दे सकें।
गांवों में कचरे के संग्रहण के लिए ऑटोटीपर की व्यवस्था करवाने के लिए लिखेंगे आगे ः- कचरा दूसरा सवाल कॉलेज की छात्रा पूछते हुए कृतिका ने कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्र अणगासर से आती हैं, जिसकी ग्राम पंचायत आबूसर हैं, पंचायत में कचरा, सड़क एवं अन्य विकास के कार्य गांव में बहुत कम होते हैं, तो जिला कलक्टर रवि जैन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में सांसद, विधायक निधि एवं जिला परिषस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करवाएं जाते हैं, उन्हाेंंने कहा कि नरेगा से भी ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करवाएं जाते हैं, उन्होंने छात्रा कृतिका को बताया कि इसके लिए बीडीओ भी होता हैं, आप वहां भी जा सकते हो, साथ ही सरपंच के साथ ग्राम सचिव को बोलंगे। जैन ने छात्रा को विश्वास दिलाया कि वे अणगासर गावं का निरीक्षक करेंगे। जिला कलक्टर ने कहा कि शहर में ऑटोटीपर की व्यवस्था करवाई गई हैं, जिससे कि डॉर-टू-डॉर कचरा संग्रहण करवाकर कचरे की समस्या से छुटकारा मिला, जैन ने कहा कि गांवों में भी इस तरह की व्यवस्थाएं करवाने के लिए वे आगे लिखकर पुटअपक करेंगे। ताकि गांवों में भी ऎसा कचरे का संग्रहण सीस्टम शुरू करवाया जाएं।
बगैर कानून पॉवर के भी कर सकते हैं, आमजन की मदद ः- जिला कलक्टर बालिकाओं से कहा कि आमजन की मदद कलक्टर बनकर ही नहीं अपितु डॉक्टर, इंजिनियर या अन्य पदों पर रहकर भी लोगों की मदद कि जा सकती है। उन्होंने कहा कि लोगों के काम करने के लिए व्यक्ति बगैर कानून पावर के मदद कर सकते है। दिल मे जज्बा होना चाहिए तो हम किसी भी प्रकार से आमजन की मदद कर सकते है। जैन ने कहा कि आप रूटिन में पड़ने का सैडयूल बनाएं, बड़ी परीक्षाओं की तैयारी कर ईग्जाम फाईट करें। जिला कलक्टर ने कहा कि बेटी होने पर उदास नहीं होना चाहिए, बेटियां घर की रोशनी होती है।
अपने जीवन शैली मे पालतु जानवरों का भी रखे ध्यान ः- जिला कलक्टर ने कहा कि हम सब पशु, पक्षी, गाय, बिल्ली को मनुष्य की तरह देखकर उनको रोटी खिलाएं, यह पालतु पशु बैजुबान होते हैं, इनको भी भूख लगती है, इसके लिए आप सभी बालिकाएं नियमित इन पशु, पक्षियों को रोटी खिलाएं। जिससे कि आपको अच्छा महसूस होगा, ये भी समाज का एक विभिन्न अंग हैं, उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे अपने स्कूल या कार्यालय में ज्यादा से ज्यादा समय बिताते हैं, जहां ज्यादा समय बिताते हैं, वहां का पर्यावरण साफ-सफाई, बहते नल को बंद करना, इस्तेमाल नहीं होने पर कूलर, पंखे, एसी को बंद हम सभी कि जिम्मेदारी है।
सर्वप्रथम बालिकाओं ने महिला थाना में महिला पुलिस अधिकारियों से कानून, किस जुर्म में कितने सजा का प्रावधान सहित विभिन्न एक्ट सहित अन्य बातों के बारे में जाना। महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला के साथ बालिकाओं ने जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव के चैंबर में संवाद करवाया जहां एसपी यादव ने सभी बालिकाओं से कहा कि वे बैझिझक अपने मन में जो सवाल पुलिस के लिए हैं, वो पुछ सकती हैं तो एक बालिका ने सवाल किया कि आप इस पद तक किस तरह आएं।
एसपी बनने तक का सफर सुनाया एसपी यादव ने ः- एसपी गौरव यादव ने बताया कि आज के समय स्कूल, कॉलेज एवं विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में क्लास लगती हैं, मेरे समय आजमगढ़ के गांवों में नियमित क्लास नहीं होती थी, उस समय में स्वयं ही पड़ता था, उन्होंने कहा कि 12वीं के बाद मेने आईआईटी कि जिसमें मेरा सलेक्शन होकर नौकरी मिली बाद में मेने खुद पर विश्वास रख नौकरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी, स्वयं के टैलेंट का समझा और पास आउट होकर आज आपके सामने हूं।
पूरी ईमानदारी से 24 धंटे में 10 घंटे पढ़ो तो हर ईग्जाम कर पाओंगे क्लियर ः- एसपी यादव ने कहा कि अगर आप ईमानदारी से खुद को ईवेलवेशन करो और देखों कि जिस समय आपके हाथ में पेपर के बाद रिजल्ट सामने आएं तो सोचा को नंबर किस तरह कम आएं, और क्यों आए। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि आप अपने आप को बेहतर समझ सकते हो कि में कहा किस विषय में कमजोर हूं, तो पढ़ाई में कंसीटेंसी बे्रक ना हो, ऎनर्जी को भी कन्जर्व कर कैपेसीटी के अनुसार साल के 365 दिनों में पूरी ईमानदारी से पढ़ाई करों, अगर पूरी तरह नियमित पड़ाई करते हो तो ऎसी कोई भी ईग्जाम नहीं हैं जो आप क्लियर नहीं कर पाओं, हर परीक्षा आपके लिए सरल होगी।
एसपी ने छात्राओं से कहा छोटे क्राईम के बारे में पुलिस को दे जानकारी ः- यादव ने सभी बालिकाओं से कहा कि आप छोटे से छोटे क्राईम के बारे में माता-पिता, अध्यापक को बताएं, ताकि संबंधित मुजरिम को सजा मिल सके, उन्होंने सैनिक स्कूल में बच्चों पर हुए शोषण का हवाला देते हुए कहा कि स्कूल के बच्चें ने बताया तो संबंधित को पकड़ सजा दिलवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जो गलत करेगा, सजा उसे ही मिलेगी। अगर कोई महिला या लड़की किसी को चोरी, छेडछाड़ या अन्य तरह की घटना तो करता देखे तो उसके द्वारा पुलिस में सूचना देने पर उसका नाम गुप्त रखा जाएगा।
रसद अधिकारी ने बालिकाओं को बताया खाद्य सुरक्षा के बारे में ः-बालिकाओं ने जिला रसद अधिकारी कार्यालय में भ्रमण किया तो डीएसआें अमृतलाल ने खाद्य सुरक्षा में शामिल व्यक्तियो को बीपीएल, एपीएल, चीनी इत्यादि सामान के वितरण के बारे मे जानकारी दी।
स्कूल, कॉलेज के बाद कम से कम 3 घंटे करें पढ़ाई ः- कलक्टर संवाद के दौरान महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला ने बालिकाओं को कानून, जीवन में मेहनत करने, अगर घर में शादी या अन्य फंक्शन हो तो फ्री होते ही नियम बनाएं कि कम से कम 3 घंटे पड़ना चाहिए। उन्हाेंने महिलाओं संबंधित अनेक प्रकार की जानकारी दी। इस दौरान महिला अधिकारिता के मनोज कुमार, महिला कल्याण अधिकारी मनीषा, कॉलेज एवं स्कूल के शिक्षक उपस्थित थे। महिला अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक विप्लव न्यौला ने बताया कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के तहत जिले में 22 जनवरी को स्टीकर्स चिपकाना, पोस्टर/स्लोगन राइटिंग/ड्रॅाइंग-पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
प्रभात फेरी का हुआ आयोजन ः- महिला अधिकारिता विभाग एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय बालिका सप्ताह के तहत जिले प्रभात फेरी/रैली का भी आयोजन किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला प्रशासन, द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मनाये जा रहे बालिका सप्ताह के तहत मंगलवार को बालिकाओं के दो समूह बनाकर न्यायालयों व सरकारी कार्यालयों की कार्यप्रणाली के बारे जानकारी दिये जाने के लिए विजिट करवायी गयी। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण झुंझुनूं मधु हिसारिया ने बताया कि बालिकाओं को झुंझुनूं के जिला न्यायालय, पारिवारिक न्यायालय, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, पोक्सो न्यायालय की विजिट करवायी गई।
जिला न्यायाधीश ने प्रकरणों को दी जानकारी ः- जिला न्यायालय में जिला एवं सेशन न्यायाधीश चंचल मिश्रा से बालिकाओं ने वार्तालाप किया। मिश्रा ने बालिकाओं को न्यायालय में पेश होने वाले प्रकरणों व इनकी सुनवाई करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। पारिवारिक न्यायालय में न्यायाधीश सोहन शर्मा ने बालिकाओं को बताया गया कि पारिवारिक न्यायालय में पति-पत्नि के मध्य हुए विवादों को पेश किया जाता है व इन प्रकरणों की सुनवाई की जाती है। इसी प्रकार मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण में न्यायाधीश गिरिजेश कुमार ओझा ने बालिकाओं को बताया गया कि मोटर दुर्घटना दावा अधिकारण न्यायालय में मोटर वाहनों से संबंधित प्रकरणों की सुनवाई होती है। इसी दौरान पोक्सो न्यायालय न्यायाधीश सुकेश कुमार जैन द्वारा बालिकाओं को बताया गया कि पोक्सो न्यायालय एक विशेष न्यायालय है इसमें केवल 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों से संबंधित अपराधों पर सुनिवाई होती। उन्होंने बालिकाओं को पोक्सो एक्ट के तहत आने वाले प्रकरणों की जानकारी दी। विजिट में इन न्यायालयों में पेश होने वाले प्रकरणों की प्रक्रिया सुनिवाई प्रक्रिया, न्यायालयाें की कार्य प्रणाली के बारे में बताया गया।