लेखक: आंचलिक संवाददाता
देशभर की जनता से संवाद का माध्यम बन चुका Mann Ki Baat अब छोटे शहरों और कस्बों में भी प्रभावी रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इसी कड़ी में मक्सी मंडल में आयोजित हुआ मन की बात मक्सी, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों को न केवल सुना गया, बल्कि गहराई से आत्मसात भी किया गया। यह Mann Ki Baat कार्यक्रम 2025 के अंतर्गत हुआ आयोजन, केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि राजनीतिक, सामाजिक और वैचारिक जागरूकता का प्रतीक बनकर उभरा।
कार्यक्रम का आयोजन: जनभावनाओं से जुड़ता संवाद:-
मक्सी मंडल मन की बात कार्यक्रम मक्सी नगर में स्थानीय मंडल अध्यक्ष गोविंद पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। आयोजन स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया गया था और उपस्थित जनसमूह में भारी उत्साह देखा गया। Mann Ki Baat को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं में न सिर्फ राजनीतिक प्रतिबद्धता दिखी, बल्कि मोदी जी की बातों के प्रति जनसमर्थन और जागरूकता भी नजर आई।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस बार Mann Ki Baat में पशु-पक्षियों की देखभाल, कारगिल विजय दिवस की वीरगाथाएं, और बच्चों में वैज्ञानिक सोच को विकसित करने जैसे विषयों पर चर्चा की गई। इन विषयों ने श्रोताओं के दिलों को छुआ।
जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी ने बढ़ाया कार्यक्रम का महत्व:-
इस मक्सी मंडल मन की बात कार्यक्रम में बीजेपी के कई स्थानीय नेता व पदाधिकारी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से महामंत्री नानू पंड्या, वरिष्ठ कार्यकर्ता मोड सिंह लोधी, संयोजक नरेंद्र भावसार और मीडिया प्रभारी राजेश गुप्ता शामिल रहे। इनके साथ ही अनेक पार्षद, युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और महिला मोर्चा की सदस्यों ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
इन नेताओं ने Mann Ki Baat सुनने के बाद संबोधन भी दिए, जिसमें उन्होंने मोदी जी के विचारों को “राष्ट्रनिर्माण की सोच” बताया।
पशु-पक्षियों की देखभाल: करुणा और प्रकृति के प्रति प्रेम का संदेश:-
प्रधानमंत्री मोदी ने Mann Ki Baat के इस संस्करण में विशेष रूप से पशु-पक्षियों की देखभाल पर बात की। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति करुणा और सह-अस्तित्व की रही है, और हमें प्रकृति के अन्य जीवों के प्रति भी संवेदनशील होना चाहिए।
मक्सी मंडल मन की बात कार्यक्रम में मौजूद लोग इस विषय से विशेष रूप से जुड़े दिखे। कई कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे अब नियमित रूप से पक्षियों के लिए पानी के पात्र लगाने और बेसहारा पशुओं की देखभाल का संकल्प लेंगे।
कारगिल विजय: वीरों की गाथा से प्रेरित मक्सी:-
26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की याद दिलाते हुए प्रधानमंत्री ने वीर जवानों की शौर्यगाथा साझा की। Mann Ki Baat में उन्होंने कहा कि देश के जवानों ने जिस साहस और समर्पण के साथ पाकिस्तान की घुसपैठ को रोका, वह आज भी प्रेरणादायक है।
मक्सी मंडल मन की बात के दौरान उपस्थित युवाओं और पूर्व सैनिकों ने कारगिल वीरों को नमन किया। मक्सी के युवा मोर्चा अध्यक्ष ने कहा, “प्रधानमंत्री का यह दृष्टिकोण युवाओं में देशभक्ति की भावना को और प्रबल करता है।”
बच्चों में वैज्ञानिक सोच: भविष्य की नींव:-
Mann Ki Baat के इस संस्करण में प्रधानमंत्री ने विशेष जोर दिया कि हमें बच्चों में तर्कशील और वैज्ञानिक सोच विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज का युग विज्ञान, तकनीक और नवाचार का है और हमें इस दिशा में देश को आगे बढ़ाना होगा।
मन की बात मक्सी कार्यक्रम में शिक्षकों और अभिभावकों ने भी भाग लिया। एक स्थानीय शिक्षक ने कहा, “प्रधानमंत्री की यह सोच शिक्षा नीति के अनुरूप है और हमें भी अपनी पद्धतियों में बदलाव लाने की ज़रूरत है।”
राजनीतिक और सामाजिक समरसता का संगम:-
Mann Ki Baat अब महज़ प्रधानमंत्री का मासिक संबोधन नहीं रह गया है, बल्कि यह भारतीय राजनीति में संवाद और समरसता का नया प्लेटफॉर्म बन चुका है। मन की बात मक्सी इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, जहाँ सभी आयु वर्ग के लोग, विभिन्न सामाजिक वर्गों से जुड़े लोग और राजनीतिक प्रतिनिधि एक साथ एक विचार को सुनने व समझने जुटे।
यह कार्यक्रम भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए संगठनात्मक मजबूती का भी प्रतीक बना। मक्सी मंडल मन की बात की सफलता ने ये सिद्ध कर दिया कि प्रधानमंत्री का यह रेडियो कार्यक्रम अब जमीनी स्तर पर भी उतना ही प्रभावशाली बन चुका है।
Mann Ki Baat कार्यक्रम 2025: आधुनिक संवाद का माध्यम:-
2025 में जब डिजिटल भारत की नींव और भी गहरी हो चुकी है, तब मन की बात कार्यक्रम 2025 आधुनिक भारत के जनसंवाद की असली परिभाषा बन चुका है। टीवी, रेडियो, मोबाइल ऐप और सोशल मीडिया के माध्यम से करोड़ों लोग इससे जुड़ते हैं और देशहित में अपनी सोच को मजबूत करते हैं।
मक्सी मंडल मन की बात की यह कड़ी, राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हजारों कार्यक्रमों में एक सशक्त उदाहरण के रूप में सामने आई है। यहाँ न केवल मोदी जी के विचारों को सुना गया, बल्कि उन्हें आत्मसात कर स्थानीय विकास व सामाजिक दायित्वों से भी जोड़ा गया।
मक्सी में बढ़ता “Mann Ki Baat” का प्रभाव:-
मन की बात मक्सी में भाग लेने वालों ने कार्यक्रम के बाद अपने अनुभव साझा किए। एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा, “हमने पहले कभी नहीं सोचा था कि रेडियो पर बोले गए शब्द हमारे नगर में इस तरह चर्चा का विषय बन सकते हैं। यह तो जैसे व्यक्तिगत संवाद लगता है।”
युवाओं ने इस बात पर खास खुशी जाहिर की कि उन्हें कारगिल, विज्ञान और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर कुछ नया सुनने व समझने को मिला।
निष्कर्ष: मक्सी से उठी विचारों की लहर:-
Mann Ki Baat एक विचार है, एक दृष्टिकोण है और अब यह एक आंदोलन बन चुका है। मक्सी मंडल मन की बात ने यह सिद्ध कर दिया कि प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम जनता के दिलों को छूता है और समाज के हर वर्ग को एक साझा विचारधारा से जोड़ता है।
राजनीति से परे जाकर यह कार्यक्रम लोगों को आत्मनिर्भर, संवेदनशील और जागरूक नागरिक बनने की प्रेरणा देता है। आने वाले दिनों में मन की बात मक्सी जैसे कार्यक्रम भारत की राजनीतिक-सामाजिक चेतना में अहम भूमिका निभाते रहेंगे।
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