Ayodhya UP | राम पथ रोड पर त्रिवेणी सदन में लगी भीषण आग | Fire incident

News Desk
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अयोध्या के राम पथ रोड पर त्रिवेणी सदन में लगी भीषण आग
अयोध्या के त्रिवेणी सदन में भीषण आग, फायर ब्रिगेड ने तोड़े दरवाजे
राम पथ रोड पर त्रिवेणी सदन में दिनदहाड़े आग, तीन दमकल टीमें तैनात
त्रिवेणी सदन अग्निकांड: बंद दरवाजों ने बढ़ाई मुश्किलें, लोगों में आक्रोश
सुरक्षा मानकों की अनदेखी से त्रिवेणी सदन में आग, प्राधिकरण ने झाड़ा पल्ला
अयोध्या: त्रिवेणी सदन में भीषण आग से हड़कंप, जनहानि टली
राम पथ पर त्रिवेणी सदन में लगी आग, सुखसागर संस्था पर उठे सवाल
भीषण अग्निकांड में बाल-बाल बचे लोग, त्रिवेणी सदन में सुरक्षा पर सवाल
त्रिवेणी सदन आग: शॉर्ट सर्किट बना कारण या सुरक्षा में लापरवाही? जांच जारी

अयोध्या: राम नगरी के राम पथ रोड पर स्थित त्रिवेणी सदन में दिन में अचानक भीषण आग लग गई। आग की भयावहता को देखते हुए फायर ब्रिगेड की तीन टीमों को मौके पर बुलाया गया। त्रिवेणी सदन के चारों ओर से दरवाजे बंद होने के कारण दमकल कर्मियों को दरवाजे तोड़कर अंदर घुसना पड़ा।

चारों तरफ से दरवाजे बंद, फायर ब्रिगेड को करना पड़ा दरवाजे तोड़ने का प्रयास

दमकल विभाग के मुख्य अग्निशमन अधिकारी (सीएफओ) महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। लेकिन आग ने त्रिवेणी सदन के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने के कारणों का अभी तक स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है।

अयोध्या विकास प्राधिकरण ने झाड़ा पल्ला

त्रिवेणी सदन की इमारत का निर्माण अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा किया गया था। लेकिन आग लगने के बाद प्राधिकरण ने घटना से पल्ला झाड़ लिया है। प्राधिकरण का कहना है कि सुखसागर संस्था इस इमारत का संचालन कर रही थी।

अधिकारियों के अनुसार, सभी जरूरी एनओसी के साथ इमारत का निर्माण किया गया था। अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येंद्र सिंह ने बताया कि अगर सुखसागर संस्था के संचालन में किसी भी तरह की लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सुखसागर संस्था पर उठे सवाल

स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद आक्रोश देखने को मिला। कई लोगों ने सवाल उठाए कि आखिर आग लगने के बावजूद बिल्डिंग के सभी दरवाजे बंद क्यों थे। दमकल कर्मियों ने भी दरवाजे बंद होने पर चिंता व्यक्त की।

विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येंद्र सिंह ने बताया कि इस घटना की पूरी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

आग का कारण और नुकसान का आकलन जारी

फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया है, लेकिन इमारत में हुए नुकसान का आकलन जारी है। प्रथम दृष्टया अनुमान है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी होगी, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी।

स्थानीय लोगों में भय और नाराजगी

इस घटना से स्थानीय लोगों में भय और नाराजगी का माहौल है। त्रिवेणी सदन में लगी आग ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं न केवल संपत्ति का नुकसान करती हैं, बल्कि लोगों की जान के लिए भी खतरा पैदा करती हैं।

सुखसागर संस्था की चुप्पी पर सवाल

सुखसागर संस्था की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि संस्था को जल्द से जल्द अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। वहीं, अयोध्या विकास प्राधिकरण ने घटना के बाद सभी दस्तावेजों और एनओसी की पुनः जांच के आदेश दिए हैं।

अधिकारी मौके पर पहुंचे

अग्निकांड की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और दमकल कर्मियों से पूरी जानकारी प्राप्त की। स्थानीय पुलिस भी घटनास्थल पर तैनात रही और भीड़ को काबू में रखने का प्रयास किया।

सुरक्षा मानकों की अनदेखी बनी घटना का कारण?

इस घटना ने एक बार फिर से सवाल उठाए हैं कि क्या त्रिवेणी सदन में सुरक्षा मानकों का सही तरीके से पालन हो रहा था या नहीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं थे।

अयोध्या विकास प्राधिकरण और सुखसागर संस्था पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की। लोग मांग कर रहे हैं कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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