जवाहरलाल नेहरू शासकीय स्नातक महाविद्यालय में National Research Seminar का आयोजन किया गया
बड़वाह के जवाहरलाल नेहरू शासकीय स्नातक महाविद्यालय में एक दिवसीय सेमिनार सतत विकास में वैज्ञानिक नवाचार एवं चुनौतियां विषय पर National Research Seminar का दिनांक 22 दिसंबर 2023 को आयोजित किया गया। जिसमें मध्य प्रदेश राज्य के साथ ही अन्य राज्यों से आए हुए विषय विशेषज्ञों द्वारा शोध पत्रों का ऑनलाइन एवं ऑफलाइन वाचन किया गया ।

संगोष्ठी में विषय डॉक्टर प्रतीक कुमार जगताप रायपुर ने ने अवसाद को टेस्ट करते समय कम से कम रासायनिक दावों का प्रयोग करना चाहिए इस विषय पर रसायन की अधिक मात्रा के दुष्परिणाम के बारे में व्याख्यान दिया। सोनू सेन डॉक्टर खुराना ने सेमिनार में विषय विशेषज्ञ के रूप में व्याख्यान दिया।
संगोष्ठी में लगभग 70 प्रतिभागियों तथा महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक स्टाफ तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस संगोष्ठी में जन भागीदारी अध्यक्ष श्री जितेंद्र जी सुराणा तथा भूत पूर्व छात्र संगठन अध्यक्ष श्री सुरेंद्र जी पणया तथा सदस्य श्री गौहर एवं कुमारी सोनाली वर्मा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अध्यक्षता प्राचार्य डॉक्टर मंगल। ठाकुर ने की कार्यक्रम का संचालन डॉ नीतू परसाई तथा डॉक्टर गगनदीप कौर एवं प्रोफेसर नीरज चौधरी ने किया ।
National Research Seminar कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती मूर्ति पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा डॉ अरविंद श्रीवास्तव प्रशासनिक अधिकारी ने प्रस्तुत की। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के प्राध्यापकों के द्वारा किया गया। श्री जितेंद्र सुराणा द्वारा सभी उपस्थित जनों को विकसित भारत 2047 की प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की शपथ दिलवाई गई।
श्री पणया जी द्वारा प्लास्टिक का प्लास्टिक का दैनिक उपयोग में प्रयोग कम से काम करने का सुझाव दिया गया। इसी प्रकार डॉ श्रीवास्तव द्वारा फॉसिल्स फ्यूल पर पर निर्भरता कम करने का सुझाव दिया गया। इसी तारतम में प्राचार्य डॉक्टर ठाकुर द्वारा बतलाया गया कि भगवत गीता से ही नवाचार की शुरुआत हुई है। हमें प्रकृति की ओर लौटना होगा।
National Research Seminar के इस कार्यक्रम में कई प्रोफेसर सोनू सेन द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग की विस्तृत जानकारी दी
डॉक्टर सरबजीत कौर रायपुर द्वारा पॉलीमर पर ऑनलाइन व्याख्यान दिया गया। प्रोफेसर सोनू सेन द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग की विस्तृत जानकारी विभिन्न क्षेत्रों में कैसे करें इस संबंध में दी गई आप ही बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सोचना भी भी शुरू कर देगा तो तो मनुष्य की उपयोगिता ही समाप्त हो जाएगी। इससे बेरोजगारी बढ़ेगी।

प्रोफेसर रानी मुगल ने अपने ऑनलाइन उद्बोधन में नवीन शिक्षा नीति पर विशेष प्रकाश डाला। इसी तारतम में डॉक्टर नम्रता खुराना ने साइंटिफिक इनोवेशन और चैलेंज टुवर्ड्स सस्टेनेबल डेवलपमेंट के बारे में उससे जानकारी दी 2015 में विश्व में सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर 17 लक्ष्य निर्धारित किए थे 2030 तक पूरा करना है जिसमें पर्यावरण इकोसिस्टम संस्कृति तथा मनुष्य को सुरक्षित करने के साथ-साथ अन्य लक्ष्य रखे गए हैं।
ऑनलाइन आरती कौशल डॉक्टर आरती कौशल ने पर्यावरण की चुनौतियां पर अपने शोध पत्र वाचन किया। श्री राहुल तिवारी ने विकास में गरीबी की भूमिका पर अपने विस्तृत विचार रखें । इसी प्रकार कुमारी यामिनी पटेल ने जो एक शोधार्थी हैं उन्होंने सामाजिक विकास से संबंधित ड।किंग इंटरेक्शन पर अपने शोध पत्र पढ़ा।
अंत में डॉक्टर गगनदीप कौर ने सभी को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉक्टर सुनील शर्मा प्रोफेसर सुशील चंद्र जायसवाल डॉक्टर पेंढ़ारकर डॉक्टर श्री मह।ले डॉक्टर महालक्ष्मी सोलंकी सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक अतिथि एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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