कईयों हालत कि गंभीर, बना दहशत का माहौल, पहुंचा प्रशासनिक अमला ,,!!
सिंगरौली (बैढ़न/बरगवां) जिले के देवसर विकासखंड अंतर्गत घिनहांगांव के गोंड़ानटोला में बीते शनिवार सुबह उल्टी दस्त से बेहाल आदिवासी परिवार के दर्जनों लोग देखते देखते ही प्रभावित हो गए ।
महज कुछ समय पहले कई महीनों से गांव के गली कूचे में आए दिन लगातार उल्टी दस्त से कई लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं वही आरती सिंह नामक एक आदिवासी महिला कि मौत हो गई वहीं कईयों कि हालत गंभीर हो गई मामले में जब हमारे संवाददाता घटनास्थल पर जाकर समस्त जानकारियों को एकत्र किया तो पता चलता है कि
घटना कि खबर लगते ही स्वास्थ्य महकमा एवं प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा तथा उल्टी दस्त से प्रभावित करीब डेढ़ दर्जन लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरगवां में उपचारार्थ भर्ती कराया है!
लेकिन केवल नाम मात्र का आश्वासन दे महान एलमुनियम प्लांट हिंडालको के द्वारा एरिया के समस्त गांव के गलियों में प्रदूषण किस हद तक बढ़ चुका है कि आए दिन घर के आंगन में खेलने वाले बच्चे भी इसकी चपेट में आने से नहीं बच पा रहे हैं। मामले में यदि संबंधित अधिकारी-कर्मचारी व महान एलमुनियम प्लांट मैं आए दिन सुरक्षा को लेकर वह प्रदूषण से लोगों को बचाने के लिए कई सारे जागरूकता अभियान केवल कागजों में चलाए जाने लगे हैं यदि या कार्य समय से पहले किया गया होता तो आज यह स्थिति जड़ से खत्म होने की ओर रहती लेकिन स्थिति और कितनी बद से बदतर होती जा रही है कि खाने-पीने एवं कुओ में स्थित पानी भी पीने योग्य नहीं बचता।
आए दिन इस बीमारी के कारण मौत और सीरियस होने कि खबर आसपास के तमाम गांवों में महामारी की तरह फैलती जा रही है जिससे लोगों में भय का माहौल बन गया, बताया जाता है कि गांव में पीने के पानी का प्रबंध नहीं है लिहाजा लोग बाग नदी नालों का पानी पिया करते हैं
बताया जाता है कि डायरिया प्रभावित ये घिनहांगाव मंत्री कमलेश्वर पटेल के निर्वाचन क्षेत्र सिहावल में है ज
महान एल्यूमीनियम प्लांट हिंडालको प्रदूषण से भी प्रभावित है, आए दिन हिंडालको कंपनी के द्वारा सीएसआर फंड के तहत सुरक्षा एवं प्रदूषण नियंत्रण के
लिए कई सारे छोटे बड़े सामाजिक सुरक्षा के कार्य किए जा रहे हैं जिसमें लाखों रुपयों की राशि चंपत कर संबंधित अधिकारी कर्मचारी अपनी धाक जमाए बैठे हुए हैं