राकेश कु०यादव:~
बछवाडा़ (बेगूसराय):~ पूर्व विधायक अवधेश राय नें मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बछवाडा़ का निरिक्षण किया । इस दौरान उन्होने बताया कि सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था की घोर कमी के कारण मरीज नीजी अस्पतालों में ईलाज कराने को मजबूर हैं । सरकार शिशु मृत्यु दर नग्नय का ढिंढोरा पिट रही है और यहां एक भी शिशु रोग विशेषज्ञ नहीं है । प्रतिदिन दर्जनों महिलाएँ प्रसव कराने आती है मगर महिला चिकित्सक के आभाव के कारण एएनएम से असुक्षित प्रसव करवाने को मजबूर है । बछवाडा़ स्वास्थ्य केन्द्र में एक भी सर्जन चिकित्सक नहीं है । 80 एएनएम की जगह मात्र 08 एएनएम से काम चलाना पड़ता है । घायलों के मरहम पट्टी एवं ड्रेसिंग करने एक भी ड्रेसर नहीं है । शुद्ध पेयजल के लिए उपलब्ध आरओ खराब रहने के कारण मरीज़ों को अस्पताल में अशुद्ध जल हीं नसीब होता है अथवा दुकानो से खरीदने की बिवशता है । 35 वेड वाले अनुमंडल स्तरीय स्वास्थ्य केन्द्र में महज़ 03 आयुष ,03 एमबीबीएस एवं 01दंत चिकित्सक से हीं काम चलाना पड़ता है । गुणवत्ता पुर्ण दवाओं के आभाव में भी मरीज़ों का सरकारी अस्पताल से मोह भंग होने का मुख्य कारण है । कहने को तो 02 लैब टेक्निशियन है मगर अनियमित उपस्थिति के कारण एक्स रे, खुन जांच एवं पेशाब जांच समेत अन्य जांच के लिए भी मरीज़ों को बाजार के नीजी जांच घर का रूख करना पड़ता है । पुर्व विधायक नें झल्लाते हुए कहा कि किसी भी दृष्टिकोण से यह अस्पताल अनुमंडल स्तरीय सीएचसी का मापदंड पुरा नहीं करता है । मौके पर सहायक अंचल मंत्री प्यारे दास ,मुखिया पति राजेश शर्मा ,दुनियालाल राय, कन्हैया कुमार ,संतोष पासवान , नरेश चौधरी ,रंधीर कुमार ,विजय ईश्वर ,सरिता कुमारी ,सीमा कुमारी , पुर्व मुखिया रामविलास यादव , पवन यादव ,सुनील राय, अरूण राय आदि उपस्थित थे ।
बछवाडा़ के सरकारी अस्पताल असुक्षित प्रसव कराना महिलाओं की विवशता :अवधेश राय-आंचलिक ख़बरें-राकेश कु०यादव

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