मंगलवार को मुहर्रम के मद्देनजर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शहर के विभिन्न भागों में जुलूस निकाला। उस दौरान लोगों ने परंपरागत हथियारों का प्रदर्शन किया। जुलूस में शामिल लोग हजरत ईमाम हसन-हुसैन की याद में या हसन, या हुसैन, या अली, कर्बला दूर है, जाना जरूर है सहित अन्य नारे लगा रहे थे। उसके अलावा लोग मरसिया भी पढ़ रहे थे। मुहर्रम के नौवीं तारीख के मौके पर अकीदतमंदों ने रोजा भी रखा। मगरीब अंजान के बाद अकीदतमंदों ने रोजा खोला। वहीं हुसैन चौक, चकला निर्मली, सोनक सहित अन्य जगहों के जुलूस का मिलान गांधी मैदान के पास हुआ। वहां मुस्लिम बच्चों,नवजवानों और बुजूर्गों की ओर से परंपरगत हथियारों से एक से बढ़कर एक करतब दिखाए गए। उस दौरान लोगों ने तलवार, डंडा, गड़ांसा सहित अन्य परंपरागत हथियारों से अपने-अपने करतब दिखाए। उसके बाद सभी ताजियादार और अखाड़ेदार अपने-अपने ताजिया और अखाड़ा को लेकर गांधी मैदान पहुंचे। जहां सिरनी फातिहा किया गया। जुलूस के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने को लेकर विभिन्न जगहों पर पुलिस के जवान तैनात किए गए थे। वहीं अप्रिय घटना से बचने के लिए विद्युत विभाग की ओर से जुलूस के समय बिजली काट दी गई थी। मुहर्रम के अवसर पर कर्बला को फूल मालाओं से आकर्षक तरीके से सजाया गया था। उक्त अवसर पर विभिन्न कमेटी की ओर से ढोल-तासा का काफिला निकाला गया था। सुरक्षा को लेकर एसडीएम कैयुम अंसारी, एसडीपीओ विधासागर, थानाध्यक्ष रामाशंकर सहित भारी संख्या में पुलिस बल गस्ती कर रहे थे। जुलूस में हिन्दू समाज के डॉ विजय शंकर चौधरी, राघवेंद्र झा, विनय भूषण सिंह आदि मौजूद थे।
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सुपौल- हजरत ईमाम हसन-हुसैन की याद में निकली मुहर्रम जुलूस-आंचलिक ख़बरें–नजीर आलम के साथ आजाद

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