Nishikant Dubey ने दिया भरोसा: कृषक मित्रों की आवाज़ उठेगी संसद में

Aanchalik Khabre
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Nishikant Dubey

प्रारंभिक जीवन और जन्मभूमि:-

Dr.Nishikant Dubey का जन्म 28 जनवरी 1969 को बिहार (अब झारखंड) के एक साधारण परिवार में हुआ था। वर्त्तमान में वह झारखंड के गोड्डा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सांसद हैं। उनका बचपन ग्रामीण परिवेश में बीता, जहां उन्होंने आम जनजीवन की कठिनाइयों को नज़दीक से देखा और महसूस किया। उनका यही अनुभव उनके सार्वजनिक जीवन के दृष्टिकोण में भी साफ़ झलकता है।

 

व्यक्तिगत जीवन: Nishikant Dubey Wife और परिवार:-

Dr. Nishikant Dubey एक पारिवारिक व्यक्ति हैं। उनकी पत्नी का नाम अनामिका दुबे है, जो एक शिक्षिका और समाजसेवी हैं। उनका परिवार सामाजिक मूल्यों और पारंपरिक भारतीय संस्कृति से जुड़ा हुआ है। वे दो बच्चों के पिता हैं, और अपने व्यस्त राजनीतिक जीवन के बीच भी परिवार को समय देना वे नहीं भूलते।

 

Nishikant Dubey’s Education:-

Nishikant Dubey की प्रारंभिक शिक्षा बिहार/झारखंड में हुई। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया और फिर प्रतिष्ठित Institute of Management Technology (IMT), गाजियाबाद से एमबीए की डिग्री प्राप्त की। वे एक शिक्षित, विचारशील और रणनीतिक नेता हैं, जिनकी अकादमिक पृष्ठभूमि ने उनकी राजनीतिक समझ को और उभरती है|

 

व्यावसायिक जीवन से राजनीति की ओर:-

राजनीति में आने से पहले Nishikant Dubey एक कॉर्पोरेट प्रोफेशनल थे। उन्होंने कई मल्टीनेशनल कंपनियों में कार्य किया, जहाँ उन्होंने प्रबंधन, वित्तीय नीति और नीति निर्माण से जुड़े अनुभव प्राप्त किए। लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब उन्होंने कॉर्पोरेट जीवन छोड़कर समाज सेवा और राजनीति की राह चुनी। यह कदम उनके जीवन का निर्णायक मोड़ बना।

 

राजनीतिक सफर की शुरुआत:-

2009 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उन्हें गोड्डा लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। उस समय बहुत से लोग उन्हें नहीं जानते थे, लेकिन उन्होंने पहले ही चुनाव में जीत हासिल करके सबको चौंका दिया। उसके बाद से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वे 2009, 2014 और 2019 में लगातार तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं।

 

प्रभावशाली संसद प्रदर्शन:-

Nishikant Dubey को उनके जोशीले भाषणों के लिए जाना जाता है। संसद में उनकी उपस्थिति हमेशा चर्चा में रहती  है। उन्होंने बजट, ग्रामीण विकास, शिक्षा और रेलवे जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर खुलकर अपनी राय रखी है।

उनकी सबसे चर्चित बहसों में से एक थी Mahua Moitra से उनकी टक्कर, जहाँ दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस ने मीडिया का ध्यान खींचा। इस टकराव से उनका नाम राष्ट्रीय राजनीति में और भी चर्चित हो गया।

 

Nishikant Dubey Mahua Moitra विवाद:-

2023 में संसद में Mahua Moitra और Nishant Dubey के बीच तीखा विवाद हुआ था, जिसमें दुबे ने महुआ पर संसद में पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोप लगाए। यह मामला काफी हाई-प्रोफाइल रहा और कई महीनों तक चर्चा में बना रहा। इस विवाद ने Nishikant Dubey की छवि एक तेज और विवादास्पद नेता की बनाई, लेकिन साथ ही एक ऐसे व्यक्ति की भी जो पारदर्शिता के पक्षधर हैं।

 

अपनी मांगों को लेकर सांसद डॉ.निशिकांत दुबे से प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात

देवघर-कृषक मित्रों के मानदेय लागू किए जाने की माँग को लेकर आज देर संध्या प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार भगत के नेतृत्व में  देवघर स्थित आवास पर सांसद डॉ.निशिकांत दुबे से भेंट की।प्रदेश अध्यक्ष ने कृषक मित्रों की समस्याओं और उनके भविष्य को लेकर अपनी चिंता साझा की और लोकसभा में इस मुद्दे को उठाने का आग्रह किया।इस अवसर पर सांसद डॉ. दुबे ने आश्वासन दिया कि संसद की कार्यवाही के दौरान वह कृषक मित्रों की आवाज़ को मजबूती से सदन में उठाएंगे। उन्होंने कृषक मित्रों के भविष्य को लेकर भी गंभीर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस मुद्दे पर उचित मंचों पर पहल की जाएगी ताकि कृषक मित्रों को उनका हक मिल सके।

बैठक में देवघर जिला कृषक मित्र संघ के अध्यक्ष दुःख भंजन निराकार सहित कई अन्य कृषक मित्र भी उपस्थित रहे।बताते चलें कि अपनी मांगो को लेकर कृषि मित्र संघ के वेनर तले आंदोलन करते रहें हैं।

देवघर ,झारखंड से- बैद्यनाथ प्रसाद यादव का रिपोर्ट।

 

जनता से जुड़ाव और लोकप्रियता:-

गोड्डा, देवघर, दुमका जैसे क्षेत्र में Nishikant Dubey का जनाधार बहुत मजबूत है। वे नियमित तौर पर जनता से मिलते हैं, क्षेत्र का दौरा करते हैं और सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों और युवाओं के मुद्दों को वे संसद में उठाते रहे हैं। उनकी यही जुड़ाव शैली उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाती है।

 

विवाद और आलोचना: Nishikant Dubey Rahul Gandhi प्रसंग:-

राहुल गांधी पर भी Nishikant Dubey ने कई बार तीखी टिप्पणियाँ की हैं। उन्होंने कई बार सार्वजनिक मंचों से कांग्रेस नेता की नीतियों और भाषणों की आलोचना की है। हाल ही में राहुल गांधी की एक टिप्पणी पर दुबे ने कहा था, “राष्ट्रहित में बोलना राहुल गांधी की आदत में नहीं है।” उनके ये तीखे बयान सोशल मीडिया और न्यूज चैनलों पर चर्चित रहते हैं।

 

विकास कार्य और योजनाएं:-

Nishikant Dubey के कार्यकाल में गोड्डा क्षेत्र में रेलवे कनेक्टिविटी, AIIMS जैसे संस्थान, सड़कों का विस्तार, चिकित्सा सेवाओं में सुधार और शिक्षण संस्थानों का विकास हुआ है। उन्होंने झारखंड में देवघर एयरपोर्ट और एम्स जैसी परियोजनाओं को केंद्र सरकार से मंजूरी दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।

 

संपर्क और सोशल मीडिया पर सक्रियता:-

Nishikant Dubey सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहते हैं। ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे मंचों पर वे न केवल अपनी बात रखते हैं, बल्कि जनता की बात भी सुनते भी हैं। वे अपनी गतिविधियों, घोषणाओं और योजनाओं की जानकारी जनता से साझा करते हैं।

 

भविष्य की राजनीति में भूमिका:-

कई राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि Nishikant Dubey भविष्य में केंद्रीय मंत्री पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं। उनके अंदर निर्णय लेने की क्षमता, प्रशासनिक समझ और जनसंवाद की दक्षता है। वे वर्तमान में लोकसभा की वित्त समिति और कई अन्य संसदीय समितियों के सदस्य भी हैं।

 

अंत: –

Dr.Nishikant Dubey सिर्फ एक सांसद नहीं, बल्कि एक बहुआयामी व्यक्तित्व हैं। एक तरफ जहाँ वे सांसद के रूप में अपने कर्तव्यों को गंभीरता से निभाते हैं, वहीं दूसरी ओर वे सामाजिक मुद्दों, पारिवारिक मूल्यों और राष्ट्रहित के लिए प्रतिबद्ध हैं। कृषक मित्रों के साथ हालिया मुलाकात इस बात का संकेत है कि वे आज भी ज़मीनी मुद्दों को महत्व देते हैं।

उनकी जीवनी यह सिखाती है कि अगर किसी में साहस, शिक्षा और समर्पण हो, तो वह आम से खास बन सकता है।

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