Noida News : दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर के जवाब में आज सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा खतरनाक प्रतिक्रिया अधिनियम (GRAP) का चौथा चरण लागू किया गया। इसके बाद, यह विनियमन सोमवार सुबह 8 बजे से दिल्ली के पास में स्थित नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लागू हो गया। इसके तहत BS-3 और BS-4 डीजल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। इसके अलावा, GRAP-3 पहले से ही निर्माण पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अतिरिक्त, कंपनियों को डीजल वाहन चलाने की अनुमति नहीं होगी; केवल इलेक्ट्रिक और सी-एनर्जी वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी। पुलिस सहित अन्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि इन नियमों का पालन किया जाए।
Noida & Greater Noida का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 पार
नोएडा और गेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से ऊपर है, जबकि दिल्ली में 450 से ऊपर है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने इस बढ़ते प्रदूषण को काम करने में GRAP-4 के तहत कड़े कदम उठाए हैं। इसमें डीजल ट्रकों, BS-3 और BS-4 डीजल वाहनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध किया गया है। गौतम बुद्ध नगर ने भी यही प्रतिबंध लगाए हैं और इन कारों को सीमा पर ही रोक दिया जाएगा। साथ ही निर्माण स्थलों पर वाहनों की आवाजाही भी रोक दी गई है। प्रशासन इस मामले में स्कूलों को बंद करने का फैसला ले सकता है।
Noida में AQI नहीं हुआ कम तो बंद किये जायेंगे सभी स्कूल
सुझाव दिया गया है कि GRAP-4 के तहत नोएडा और ग्रेटर नोएडा में स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया जाए। लेकिन अभी तक यहां ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार अभी तक स्कूल बंद करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है, क्योंकि सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से नीचे चला गया था। परिस्थितियों का फिर से आकलन करने के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। हालांकि राज्य प्रशासन जल्द ही इस पर निर्णय लेगा, लेकिन सरकारी और निजी कार्यालयों में 50% कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देने का निर्देश फिलहाल लागू नहीं किया गया है। सरकार प्रदूषण नियंत्रण के सख्त उपाय लागू करने पर विचार कर रही है।
Visit Our Social Media Pages
YouTube:@Aanchalikkhabre
Facebook:@Aanchalikkhabre
Twitter:@Aanchalikkhabre
इसे भी पढ़े- Greater Noida News : रोजगार मेले में 190 युवाओं को मिला रोजगार, यूपी में युवाओं के सपने हो रहे साकार