एसएनसीयू में सुविधाओं के बारे में जानकारी लेते टीम मेंबर
मनीष गर्ग
मध्य प्रदेश, सतना: स्वास्थ्य सेवाओं की नब्ज टटोलने के लिए चार दिवसीय दौरे पर आई भारत सरकार की दो सदस्यीय टीम ने मंगलवार को जिला अस्पताल से निरीक्षण की शुरुआत की। एसएनसीयू, एनआरसी, लेबररूम ब्लडबैंक, पैथोलॉजी, एएनसी-पीएनसी वार्ड और एनसीडी क्लीनिक की व्यवस्थाएं देखी। बड़ी बात यह है कि लेबररूम का पैरामेडिकल स्टाफ टीम के सवालों पर सही जवाब तक नहीं दे सका। टीम ने सभी विभागों में प्रोग्राम से संबंधित रिकार्ड चेक कर चेकलिस्ट के तहत दी जाने वाली सेवाओं की की जानकारी ली। इस दौरान जो खामियां मिलीं उन्हें लिस्टेड किया। सूत्रों की मानें तो दौरे के बाद टीम भारत सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। टीम में डॉ मोहम्मद आशिफ और डॉ चंद्रशेखर गेडाम शामिल हैं। इस दौरान सीएस डॉ केएल सूर्यवंशी, आरएमओ डॉ पूजा गुप्ता, अस्पताल प्रशासक डॉ देवेन्द्र सिंह और डॉ विजेता राजपूत के साथ अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।
अर्बन पीएचसी भी गए
इससे पहले भारत सरकार की टीम शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हनुमान नगर नईबस्ती पहुंचकर व्यवस्थाएं देखी। सूत्रों की मानें तो यूपीएचसी की व्यवस्थाएं देख टीम ने सराहना की। पैरामेडिकल स्टाफ से भी सवाल-जवाब किए। उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में कायाकल्प अभियान के तहत इस यूपीएचसी को संभाग में नंबर-1 का दर्जा मिला है। टीम बुधवार को मैहर सिविल अस्पताल के अलावा 20 जुलाई को जानकीकुंड नेत्र चिकित्सालय चित्रकूट का निरीक्षण करेगी।
ड्यूटी से गायब मिले डॉक्टर
सिविल सर्जन डॉ केएल सूर्यवंशी ने बताया कि अपरान्ह साढ़े 3 बजे जब भारत सरकार की टीम एसएनसीयू निरीक्षण करने पहुंची तो वहां ड्यूटी डॉक्टर मनोज सिंह गायब मिले। उनकी दोपहर 2 से रात 8 तक ड्यूटी थी। इस पर टीम मेंबरों ने नाराजगी जाहिर की। सीएस ने बताया कि टीम आने की सूचना पहले से दी गई थी, इसके बाद भी इस तरह की लापरवाही की गई। डॉक्टर से जवाब-तलब किया जाएगा।