पटना में लगातार तीन दिन वर्षा हो जाने से जहां पटना के हर मुहल्ले में जल भराव से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया वहीं म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के कार्यप्रणाली की पोल भी खुल गयी, दूसरी ओर पटना के फुलवारीशरीफ मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में जल भराव के कारण घरों से निकलना दूभर हो गया है।
पटना म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन शायद अब तक घोर निंद्रा में है या जान बूझ कर फुलवारी की आम जनता को परेशान कर रहा है। जो बेहद निंदनीय है, इस समस्या से निपटने के जो काम पटना म्युनिसिपल को करना चाहिए था वह वहां के स्थानीय लोगों को करना पड़ रहा है,
स्थानीय निवासी युवा समाज सेवी मो0 इम्तियाज़ दाऊदी ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि यहां के स्थानीय ज़िला प्रशासन का रवैया बेहद ही चिंतनीय है, विशेष कर मुस्लिम मोहल्ले के साथ और भी सौतेलेपन का रवैया सरकार अपनाये हुए है। उन्होंने बताया कि कॉलोनियां तो बसा दी गई लेकिन बरसात के पानी या घरेलू नालियों के पानी की निकासी की व्यवस्था सही नहीं जबकि सरकार द्वारा जो सीवर बनाये गए सभी जाम पड़े हुए है
परन्तु मुन्सिलपल कॉर्पोरेशन को इन सब से मतलब नही उन्हें ग्राहक चाहिए, अपने मोहल्ले की सफाई कराना चाहते हैं तो उन्हें पैसे दीजिये नहीं तो खुद से सफाई कीजिये जैसा कि अभी आप देख रहे हैं ,हम स्वयं ही मोहल्ले के स्थानीय निवासी पम्प लगा कर अपने गलियों में जल जमाव को सुखाने की कोशिश कर रहे हैं। इस पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है।