भोपाल। आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी भोपाल में होने जैसी 5 सूत्री मांगों को लेकर अब आयुर्वेदिक स्टूडेंट्स हड़ताल पर जाएंगे. दरअसल, 21 फरवरी से सांकेतिक हड़ताल के बाद 24 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल की उन्होंने चेतावनी दी है. उनका कहना है कि इस हड़ताल में प्रदेश के 7 सरकारी और 13 प्राइवेट आयुर्वेदिक कॉलेज शामिल होंगे.
नहीं मिल रहीं सुविधाएं
प्रदेश में 7000 से अधिक आयुर्वेद के स्टूडेंट्स है, और वे सभी अब हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं. दरअसल प्रदेश में आयुर्वेदिक कॉलेज कॉलेजों की स्थिति खराब होने और छात्रों को प्रॉपर सुविधा नहीं मिलने के चलते सभी छात्र अब हड़ताल पर जाने का मन बना रहे हैं. छात्रों ने बताया कि, बुरहानपुर में आयुर्वेदिक कॉलेज में टीचर ही नहीं है, केवल दो से तीन पुराने टीचर काम कर रहे हैं. अधिकतर टीचरों ने ट्रांसफर लेकर भोपाल, इंदौर, जबलपुर आदि जिलों में ट्रांसफर करा लिया है, जिससे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
ये होंगे हड़ताल में शामिल
छात्रों का कहना है कि, 21 फरवरी को सांकेतिक हड़ताल करेंगे और 24 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी. प्रदेश भर से आए संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि, इस हड़ताल में आयुर्वेदिक इंटर जूनियर असिस्टेंट और तमाम डॉक्टर्स शामिल होंगे.
इन मांगों को लेकर हड़ताल
छात्रों की मांगों में स्टाइपेंड के साथ जबलपुर की जगह आयुष की शाखा भोपाल में स्थानांतरित किए जाने की मांग है. इसके साथ ही लोक सेवा आयोग द्वारा आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी की भर्ती प्रतिवर्ष निकाली जाए और वर्ष में आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा से संविदा कर्मियों को दिए जाने वाला 15% अंक को हटाया जाए. जन संकल्प 2013 में घोषित 1000 आयुष औषधालय को शीघ्र खोला जाए और आयुर्वेदिक छात्रों को भी सशर्त चिकित्सा का अधिकार मिले. छात्रों का कहना है कि, उनकी मांगे नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।