झुंझुनू। शनिवार को जिला मुख्यालय पर होम्योपैथी के जनक डॉक्टर सैमुअल हैनीमैन का जन्मदिन प्रतिवर्ष की भाँति 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथिक दिवस के रूप में इंडियन होम्योपैथिक क्लिनिक झुंझुनू पर मनाया गया। इस अवसर पर सोलाना चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप डांगी ने डॉ हैनीमैन को पुष्प अर्पित कर बताया कि इस साल उनकी 266वीं जयंती है। विश्व होम्योपैथी दिवस केवल डॉ हैनिमैन की जयंती के उपलक्ष्य में ही नहीं मनाया जाता बल्कि होम्योपैथी को आगे ले जाने की चुनौतियों और भविष्य की रणनीतियों को समझने व समझाने के लिए भी मनाया जाता है। इंडियन होम्योपैथिक क्लिनिक निदेशक डॉ आरिफ़ मिजऱ्ा ने बताया कि होम्योपैथी एक सुरक्षित चिकित्सकीय तरीका है, जो कई प्रकार की बीमारियों का प्रभावी उपचार कर सकता है। इसकी आदत भी नहीं पड़ती है। यह गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गो सभी के लिये सुरक्षित है। चिकित्सकों के अनुसार रोग लक्षण एवं औषधि लक्षण में जितनी ही अधिक समानता होती है। रोगी के स्वस्थ होने की संभावना भी उतनी अधिक बढ़ जाती है। इस अवसर पर डॉ श्याम शर्मा, डॉ सतेन्द्र राहड़, डॉ वसीम रजा, डॉ राजवीर बेसरवाल, मोहम्मद आबिद, मुबारिक अली, मोहम्मद जुबेर इत्यादि ने डॉ हैनिमैन की जीवनी पर प्रकाश डाला। डॉ आरिफ मिर्जा ने सभी का आभार व्यक्त किया।