मस्टर रोल में दर्ज नाम चौकाने वाले
ग्रामीणों ने कहा करोड़ पति भी मजदूरी करते हैं- हे भगवान
उमरिया जिले की एक पंचायत ऐसी भी है जो इन दिनों अपने कामों को लेकर खासी चर्चा में है, सरकारी निर्माण में धांधली तो समझ में आती है लेकिन इस पंचायत में मुर्दे कभी पीएम आवास का लाभ ले लेते हैं, तो कभी बेटी की शादी करने वाला पिता रिश्वत देकर अपनी बेटी की शादी करता है कहने का मतलब साफ है कि बिना हरे नोट दिये आप सरकारी लाभ नही ले सकते है॥ हम बात कर रहें हैं करकेली ब्लाक की ग्राम पंचायत जरहा कि जहां सरपंच और सचिव की कोई वेल्यू नही है यहां रोजगार सहायक पूरी पंचायत का दमोमदार लेकर बैठा है॥
घर करोड़ो का और लाभ मिल गया पीएम आवास
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री आवास गरीबों के लिए बनी है लेकिन जरहा पंचायत के रोजगार सहायक की मां कांती बाई के नाम से पीएम आवास स्वीकृत हुआ जबकि रोजगार सहायक का घर करोड़ों रुपये का बना है, जिसको लेकर गांव के लोग यह कहते नही थकते कि गरीब का आवास बने या न बने पर रोजगार सहायक की मां का घर जरूर बन गया है॥
मजदूरी भी नही छोड़ी
पंचायत के अंतर्गत होने वाले शासकीय कामों में अन्य ग्रामीणों के साथ साथ रोजगार सहायक की मां, भाई और भाभी ने भी मजदूरी की है, जिनके नाम से पैसा भी मिला, जबकि जानकारी है कि यह परिवार अपनी फसल एक साल में करीब पांच लाख रुपये की बेचते है और इस प्रकार मजदूरी करना समझ से परे है॥
करकेली ब्लाक के सब इंजीनियर भी जिम्मेदार
एक ओर जहां रोजगार सहायक ईमानदारी का पाठ गुनगुना रहे हैं वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों का आरोप है कि जितने भी पंचायत स्तर के काम हुए हैं उनमें गुणवत्ता का कोई ध्यान नही रखा गया, पीएम आवास और अकस्मात मरने वालों के परिवार जनों से बिना रकम लिए प्रकरण बनाये ही नही जाते हैं, इसके लिए सब इंजीनियर की भूमिका भी बेहद अहम मानी जा रही है॥