चित्रकूट। जिला में योगी सरकार के सपनों पर पानी फेरने में ग्राम पंचायत ने किसी तरह का कोई कसर नहीं छोडी है। भले ही सूबे की सरकार में भ्रष्टाचारी और खनिज माफियाओं में सोशल मीडिया पर लगातार दहशत बताई जा रही हो लेकिन जमीनी हकीकत क्या है यह ग्राम पंचायत घूमने के साथ साथ जीवनदायिनी नदियों का अब जमीनी निरीक्षण करने के बाद ही देखा जा सकता है कि किसको कितना भय है। जिला की कई जीवनदायिनी नदियों में जहां लगातार अवैध रेत उत्खनन जारी है तो वहीं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव के द्वारा ग्राम पंचायतों में विकास के नाम पर लाखों रुपए की धनराशि ठिकाने लगाने का कार्य किया जा रहा है जबकि ग्राम पंचायत आज भी विकास के लिए तरस रहा है। सारा मामला करबी विकासखंड के ग्राम पंचायत बन्दरी, हरिहरपुर, सभापुर,बिहारा, घुरेटनपुर का है। जहां ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव के द्वारा सड़क मरम्मतीकरण, गांव में स्ट्रीट लाइट का सुधार, स्कूल सौंदर्यीकरण सहित ऐसे कई कार्यो में सरकारी धन राशि का बंदरबांट किया गया है। जो वास्तविक जांच करने पर देखा जाए कि आज भी गांव में पंचायत के द्वारा कार्य नहीं किए गए हैं। और धनराशि का बंदरबाट किया गया है।
प्रधानमंत्री आवास अधूरे सचिव सरकार की आंखों में झोंक रहे धूल- खण्ड विकास कर्वी की ग्रामपंचायतों में आज भी प्रधानमंत्री आवास एक सपना बनकर रह गए हैं प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र व्यक्तियों को जहां एक ओर दूर रखा गया है तो दूसरी ओर जिन लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है उनके द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जो भी धनराशि दी जा रही हैं । वह धन राशि पूरी आहरित कर ली गई है। लेकिन प्रधानमंत्री आवास आज भी अधूरे पड़े हुए हैं जबकि गाइडलाइन यह है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी किस्त जारी होने के बाद प्रधानमंत्री आवास का पूर्ण रूप से कार्य हो जाना चाहिए लेकिन ग्राम पंचायत बंदरी , घुरेटनपुर ,खम्भरीया , सहित दर्जनों गांव में आज भी प्रधानमंत्री आवास योजना में जिन व्यक्तियों को धनराशि दी गई है कोई धनराशि पूर्ण आहरित कर लेने जाने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास का निर्माण कार्य पूर्ण नही हो सका है इससे स्पष्ट होता है कि ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव अधिकारी की मिलीभगत होने की वजह से शासन की योजना धरातल पर दम तोड़ रही है । और प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजनाओं को भ्रष्टाचारियों के द्वारा ठिकाने लगाया जा रहा है।
जांच ना होना जिले के भ्रष्टाचारियों का हौसला कर रहा बुलंद- खंड विकास कर्वी के ग्राम पंचायतों में जहां लाखों रुपए की कई ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव के द्वारा बिना कार्य किए फर्जी रूप से धनराशि आहरित कर लिए गई है तो दूसरी तरफ से जमकर हो रहा भ्रष्टाचार ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधान व ग्राम सचिवों को मालामाल करने का एक नया जरिया बन चुका है। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई करने के साथ-साथ शिकंजा कसने की बात कर रही हो लेकिन जिले के अधिकारियों ने आज तक किसी भी ग्राम पंचायत के द्वारा कराए गए विकास कार्यों की वास्तविक रुप से जांच नही की गई और यही वजह है कि शासन की योजनाएं भ्रष्टाचारियों के हाथ लग गई जो आई धनराशि भ्रष्टाचारियों ने बंदरबांट कर ली यदि वास्तविक रूप से सभी ग्राम पंचायतों की एक-एक कर जांच की जाती तो लाखों रुपए का भ्रष्टाचार सामने आता।
ग्रामीणों का कहना है अधिकारी बिके है ग्राम पंचायतों में निवासरत लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायतों की जांच करे तो करे कौन क्योंकि ग्राम पंचायतों में लाखों रुपए की जो राशि फर्जी रूप से निकाली जाती है उसमें सभी अधिकारियों को खुशियाना तौर पर चढोति चढ़ाई जाती है। यही वजह है कि आज तक ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों की जांच नहीं हो सकी।