चित्रकूट।विश्व धरोहर दिवस 18 अप्रैल 2022 के अवसर पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण , झाँसी मण्डल द्वारा ” संरक्षित स्मारक – प्रस्तर मंदिर गणेश बाग , कर्वी ” में सांस्कृतिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । इस वर्ष विश्व धरोहर दिवस ICOMOS द्वारा निर्धारित विषय ” धरोहर एवं जलवायु ” के साथ मनाया जा रहा है । कार्यक्रम एवं चित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन तथा सरस्वती वंदना तथा फीता काट कर जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने डा . गोपाल कुमार मिश्र , उपाचार्य , जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्विद्यालय एवं शक्ति सिंह , पर्यटन अधिकारी , के साथ किया। जिलाधिकारी ने भारत एवं बुन्देलखण्ड की प्राचीन संस्कृति एवं स्मारकों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए आगंतुको एवं छात्र – छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्व धरोहर दिवस गणेश बाग में मनाया जा रहा है गणेश बाग का भी महत्व क्या है इसको भी सभी लोग जाने इतिहास संस्कृति रही है हम तभी जान सकते हैं जब हम इसकी जानकारी करेंगे बहुत सारा अध्ययन करने के बाद हम अपने अतीत को जानकर समझते हैं इसी के भरोसे भारत का भविष्य टिका हुआ है यह नष्ट न हो इसको हम संजो कर रखें संस्कृति के परिचारक हो हम आपको जागरूकता बढ़ाना होगा इसमें अपने अपने तरीके से सहयोग करें पुरातत्व विभाग कार्य कर रहा है और करता भी रहेगा हमारी आने वाली पीढ़ी इस गौरवशाली इतिहास को जाने हम मध्यकालीन इतिहास को पढ़ते हैं तो समझ बढ़ती है यहां से निकला हुआ संदेश सभी को मीडिया के माध्यम से जाएगा पुरातत्व विभाग ने यह आयोजन किया वह बधाई के पात्र हैं तथा सभी विभिन्न विद्यालयों के प्रतिभागी बच्चे भी धन्यवाद के पात्र हैं । कार्यक्रम की अध्यक्षता जुल्फेकार अली , निदेशक ( पुरातत्त्व ) , भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण , झाँसी मंडल द्वारा की गयी । इस अवसर पर झाँसी मंडल एवं कर्वी उपमंडल कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे | “ गौरवशाली बुन्देलखण्ड एवं हमारे स्मारक- हमारी धरोहर ” विषय पर आयोजित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता में चित्रकूट इंटर कॉलेज , उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सोनेपुर , बी . आर . अम्बेडकर पब्लिक स्कूल , जे . एम . पब्लिक आवासीय विद्यालय , कर्वी आदि विद्यालयों के छात्र – छात्राओं ने बढ़ – चढ़ कर हिस्सा लिया एवम अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जिसमें अव्वल प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया । इस कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण का केंद्र विश्व धरोहर स्मारकों पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी रही , पुरापाषाण के भीमबेटका शैलाश्रय से लेकर मध्यकालीन ताजमहल के छायाचित्रों को प्रदर्शित किया गया , जिसके अवलोकन में सभी ने विशेष रूचि दिखाई | इसके साथ ही छात्र – छात्राओं और पर्यटकों हेतु झाँसी दुर्ग एवं कालिंजर दुर्ग पर आधारित डॉक्यूमेंट्री / चलचित्र का भी आयोजन किया जा रहा है । आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्र – छात्राओं , युवाओं पर्यटकों को विश्व एवं भारत के प्राचीन स्मारकों के प्रति ज्ञानवर्धन एवं जागरूक करना है |
निदेशक पुरातत्व ने छात्र – छात्राओं व जनसमुदाय से अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में स्मारकों का भ्रमण करे व इसके संरक्षण हेतु अपने बेहतर सुझावों से अवगत कराये । सभी को खास कर युवा पीढ़ी को अपनी धरोहर से जुड़ाव एक महती आवश्यकता है । इस अवसर पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण झाँसी मण्डल के केन्द्रीय संरक्षित स्मारक कालिंजर दुर्ग पर आधारित ” कालजयी कालिंजर ” ब्राशर का विमोचन किया गया । विभाग द्वारा आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी 20 अप्रैल 2022 तक प्रातः 9 बजे से 6 बजे सायं तक सभी के लिए निःशुल्क खुली रहेगी ।