सतना के अधिकांश निजी अस्पताल भी बिना फायर NOC के धड़ल्ले से चल रहे। नियम विरुद्ध तरीक़े से आवासीय भवनों में बना रखा है नर्सिंग होम, अवैध रूप से संचालित इन हॉस्पिटलों में आग बुझाने के इंतजाम नही, न ही इमरजेंसी एग्जिट का कोई विकल्प, रेनबो हॉस्पिटल, जीवन ज्योति हॉस्पिटल, नाहर नर्सिंग होम, बालगोपाल हॉस्पिटल, चित्रकूट हॉस्पिटल, सहित दर्जनों हॉस्पिटल शहर में आवासीय भवनों में अवैध रूप से संचालित है, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की मोटी कमाई का जरिया बने है ये अवैध हॉस्पिटल, भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हुए अग्निकांड में 8 मासूमों की मौत के बाद अधिकारी हरकत में आये थे और नोटिस देकर मामला रफा दफा किया, अब आज एक बार फिर जबलपुर में 8 मरीजों की मौत के बाद अवैध हॉस्पिटल संचालको को CMHO ने मीटिंग के लिए बुलाया और नतीजा सबको पता है, सतना जिला प्रशासन जब तक कड़े कदम नही उठाएगा तब तक इन आवासीय भवनों में चल रहे अवैध अस्पतालों में ताला नही लगेगा। और ये अवैध अस्पताल कभी भी बड़ी जनहानि का कारण बन सकते है।