प्रमोद मिश्रा
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मऊ तहसील व ब्लाक के अंतर्गत, ग्राम पंचायत कोटरा खांभा के टिटिहिरिया मजरा के निवासी भैरव पुत्र राम बहोरी ने, टिकरा ग्राम के राम सजीवन सिंह से 18 साल पहले 20 हजार उधार पैसा लिया था। जब भैरव राम सजीवन का पैसा नहीं दे पाया और पैसा धीरे-धीरे 47 हजार हो गया, तब भैरव ने राम सजीवन टिकरा को एक बीघा जमीन 47 हजार में दे दी। और राम सजीवन दूर गांव के थे, इसलिए उन्होंने 7 पाल जाति के लोगों को , उस जमीन को उनको घर बनाने के लिए पैसा लेकर बेच दिया था।आज अट्ठारह साल से उसी भैरव की जमीन में समय लाल पाल, विशाल पाल ,राम कृपाल पाल, श्रीनाथ पाल ,शिवपाल आदि 7 लोगों ने एक बीघा में अपनी आबादी बसा दी है ,और आराम से रह रहे थे ।एक दिन अचानक भैरव का लड़का कालका प्रसाद ऊपर शिकायत कर दिया कि यह 7 लोग मेरी जमीन को छोड़ें ।
पुलिस ने सभी पालों को थाने बुलाया और भैरव को भी पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन भैरव का लड़का आया थाने और अपने बाप को नहीं ले आया।जबकि थाने से कालका को अपने पिता सहित आने को कहा था, लेकिन वह भाग गया ।पुलिस ने सभी पालो और एक चश्मदीद गवाह बबुली सिंह से पता किया है कि, भैरव पहले से ही जमीन का पैसा पा चुका है ।और उसका लड़का कालका प्रसाद बेवजह पालों की आबादी में जाता है, और शराब पीकर उनकी झोपड़ियों को तोड़ता है, और अनायास बातें भी करता है।
लेकिन उस दिन जिस दिन से पुलिस ने सच्चाई जान ली है , भैरव का लड़का कालका प्रसाद उस दिन से वहां नहीं जा रहा है, और पुलिस ने भैरव के लड़के से कहा है कि, जो इन सभी लोगों का पैसा 18 साल पहले लिए हो, उसे ब्याज सहित लौटा दो, और जाकर उनके घरों में कब्जा कर सकते हो। सूत्रों से यह पता चला है की, भैरव प्रसाद पैसा लिया है, इसीलिए वह कहीं शिकायत नहीं करने जाता, और उसका लड़का ही उन लोगों को परेशान करता है। पाल बस्ती कालका प्रसाद से पीड़ित है, तब उन्होंने भी लिखित शिकायत उपरोक्त अधिकारियों को दिया है।