प्रमोद मिश्रा
20 वर्ष से बने मकान से समयलाल पाल कहता है नहीं हटूंगा
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मऊ तहसील अंतर्गत, कोटरा खाभां ग्राम पंचायत के टिटिहिरि या मजरा के मुसई के डेरा में रोड के पास 6 ,7 घर पाल जाति के लोगों ने बकरी पालन के लिए बनाकर रहते हैं। यह वह जमीन में बसे हैं जो दूसरे की है, और 20 वर्ष पहले इन्हीं पालों ने दूसरे व्यक्ति भैरव पुत्र बहोरी से 1 बीघा जमीन पैसा लेकर दिया था। लेकिन उसकी कोई पढ़ा लिखी नहीं हुई, श्रीनाथ पाल , विशाल पाल व समय लाल पाल आदि लोग 20 वर्ष से भैरव की जमीन पर मकान बनाकर, प्रतिकूल कब्जा कर रखा है। क्योंकि 20 वर्ष में कभी भैरव जमीन के बारे में कोई शिकायत कहीं भी किसी भी विभाग में नहीं की है कि, मेरी जमीन खाली की जाए। इन 20 वर्षों में वहां पर भैरो की जमीन में कमलेश पाल ने सरकारी आवास और शौचालय बनवा लिया, तब भैरव ने कोई शिकायत नहीं की।
इसी प्रकार भैरव की जमीन में 5 शौचालय व पुराने कच्चे मकान बने हुए हैं, और आज भी भैरव के द्वारा बसाए हुए, लोग वहीं बकरी पालन करते हैं। लेकिन 20 वर्ष बाद भैरव का लड़का कालका प्रसाद जब बालिग होता है तो, थाने में शिकायत करता है कि, इन सभी पालों ने मेरे पिता से लिखी जमीन नहीं ली थी, अब मुझे सभी लोगों से जो मेरी जमीन में रहते हैं, सबसे प्रति व्यक्ति 3 लाख लूंगा तब रहने दूंगा। लेकिन विशाल पाल, रामकृपाल पाल व समय लाल पाल आदि का कहना है, कि हमें 20 वर्ष पहले भैरों पुत्र बहोरी ने हमें घर बनाकर रहने दिया, और लिमिटेशन एक्ट के तहत प्रतिकूल कब्जा होने के कारण, 20 वर्ष बाद कब्जा नहीं छोड़ेंगे। क्योंकि हम लोग गरीब लोग बकरी पालन से अपना जीवन यापन करते हैं, और बदले में यहीं रहते हैं, यदि कोई अन्य जमीन रहने को दे तब हम छोड़ सकते हैं। भैरव का लड़का कालका कहता है, मैं खुद नहीं पाऊंगा तो मामला का बवाल खड़ा कर दूंगा, और पाल भाइयों का कहना है कि नियम से हमें हटाओगे तो हटेंगे नहीं यही डटे रहेंगे। अब इसके बाद शायद ही दीवानी का मुकदमा चल भी सकता है।