Thyroid Symptoms in Female in Hindi

Aanchalik Khabre
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Thyroid

परिचय – थायराइड क्या है?

थायराइड एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो गर्दन के सामने हिस्से में स्थित होती है। यह ग्रंथि थायरॉइड हार्मोन (T3 और T4) बनाती है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा, तापमान, और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करता है।

महिलाओं में थायराइड विकार पुरुषों की तुलना में लगभग 8 गुना अधिक पाए जाते हैं। ये हार्मोनल असंतुलन कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं – शारीरिक से लेकर मानसिक और प्रजनन तक।


थायराइड के प्रकार (Types of Thyroid Disorders)

  1. हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)

    • यह तब होता है जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बनाती।

    • महिलाओं में सबसे आम थायराइड समस्या है।

  2. हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism)

    • इसमें थायराइड ग्रंथि अत्यधिक हार्मोन का उत्पादन करती है।

  3. हाशिमोटो डिजीज (Hashimoto’s Thyroiditis)

    • यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली थायराइड पर हमला करती है।

  4. ग्रेस डीज़ीज़ (Graves’ Disease)

    • यह हाइपरथायरायडिज्म का ऑटोइम्यून कारण है।

  5. थायराइड नोड्यूल / कैंसर (Thyroid Nodules/Cancer)

    • ग्रंथि में गांठ या असामान्य कोशिकाएं विकसित हो सकती हैं।


महिलाओं में थायराइड के लक्षण (Thyroid Symptoms in Female)

Hypothyroidism (थायराइड की कमी) के लक्षण:

  1. थकान और कमजोरी – दिन भर नींद आना या सुस्ती महसूस करना।

  2. वजन बढ़ना – बिना ज्यादा खाए भी वजन तेजी से बढ़ना।

  3. ठंड लगना – हल्की ठंड में भी कंपकंपी महसूस होना।

  4. बाल झड़ना और त्वचा का सूखापन

  5. मासिक धर्म अनियमितता – पीरियड्स देर से आना, भारी रक्तस्राव या बंद हो जाना।

  6. डिप्रेशन और मूड स्विंग्स

  7. याददाश्त की कमजोरी (ब्रेन फॉग)

  8. चेहरा फूला हुआ और आँखों के नीचे सूजन

  9. कब्ज

  10. नपुंसकता / बांझपन या गर्भधारण में कठिनाई


Hyperthyroidism (थायराइड की अधिकता) के लक्षण:

  1. अत्यधिक वजन घटना (अनचाही वज़न कमी)

  2. घबराहट और बेचैनी

  3. अचानक गुस्सा आना या चिड़चिड़ापन

  4. नींद ना आना (Insomnia)

  5. तेज़ दिल की धड़कन या धड़कनों का अनियमित होना

  6. बार-बार भूख लगना

  7. मासिक धर्म बहुत कम या रुक जाना

  8. बाल पतले होना

  9. हाथों में कंपन (Tremors)

  10. आँखों का बाहर की ओर उभर आना (Graves Disease में)


थायराइड के टेस्ट और डायग्नोसिस (Diagnosis & Tests)

  1. TSH टेस्ट (Thyroid Stimulating Hormone)

    • सामान्य सीमा: 0.5 से 5.0 mIU/L

    • अधिक TSH = हाइपोथायरायडिज्म

    • कम TSH = हाइपरथायरायडिज्म

  2. Free T3 और Free T4 टेस्ट

  3. Anti-TPO Antibody Test – हाशिमोटो डिज़ीज के लिए

  4. Ultrasound / FNAC – थायराइड गांठ या ट्यूमर के लिए

  5. Thyroid Scan (Radioactive Iodine Uptake Test)


महिलाओं में थायराइड के कारण (Causes of Thyroid in Women)

  1. ऑटोइम्यून विकार (Hashimoto’s या Graves)

  2. गर्भावस्था या डिलीवरी के बाद हार्मोनल असंतुलन

  3. आयोडीन की कमी या अधिकता

  4. जेनेटिक फैक्टर

  5. तनाव, जीवनशैली और डाइट

  6. कुछ दवाओं का प्रभाव (लिथियम, इंटरफेरॉन)

  7. रेडिएशन एक्सपोजर या थायराइड सर्जरी


थायराइड के लिए डाइट टिप्स (Diet Tips for Thyroid Patients)

 खाने योग्य चीजें (Foods to Eat):

  • आयोडीन युक्त नमक (जैसे सेंधा नमक नहीं, आयोडीन युक्त नमक)

  • अंडा (प्रोटीन + सेलेनियम)

  • ब्राज़ील नट्स (सेलेनियम का बेहतरीन स्रोत)

  • दही और पनीर

  • हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ

  • फल: केला, सेब, ब्लूबेरी

  • ओमेगा-3 स्रोत जैसे अलसी

 बचने योग्य चीजें (Foods to Avoid):

  • सोया उत्पाद

  • अधिक गोइट्रोजन युक्त खाद्य जैसे पत्ता गोभी, ब्रोकली (कच्चे रूप में)

  • जंक फूड, फास्ट फूड

  • अधिक शुगर और कैफीन

  • ग्लूटेन युक्त आहार (कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है)


थायराइड में योग और घरेलू उपाय (Yoga & Natural Remedies for Thyroid)

 लाभकारी योगासन:

  • सर्वांगासन

  • हलासन

  • उज्जयी प्राणायाम

  • भ्रामरी प्राणायाम

  • मत्स्यासन

 घरेलू उपाय:

  • त्रिफला चूर्ण – शरीर की सफाई के लिए

  • अश्वगंधा – हॉर्मोनल संतुलन में मदद करता है

  • धृतकुमारी (Aloe Vera Juice)

  • गिलोय / तुलसी का काढ़ा


थायराइड और प्रेग्नेंसी में प्रभाव (Thyroid & Pregnancy Impact in Women)

  • हाइपोथायरायडिज्म होने पर गर्भधारण में कठिनाई हो सकती है।

  • थायराइड नियंत्रण में न होने पर गर्भपात, प्रीमैच्योर डिलीवरी या बच्चे में बौद्धिक विकास में रुकावट आ सकती है।

  • गर्भावस्था के दौरान नियमित TSH जांच बहुत ज़रूरी है।


इलाज (Treatment of Thyroid)

  • Hypothyroidism – रोज़ाना Levothyroxine (Thyronorm, Eltroxin)

  • HyperthyroidismAntithyroid drugs (Methimazole, Propylthiouracil), Radioactive Iodine या Surgery

  • Autoimmune condition के लिए लगातार फॉलोअप ज़रूरी होता है।


महिलाओं को क्यों ज़्यादा होता है थायराइड?

  • मासिक धर्म, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज जैसी स्थितियाँ हार्मोन को असंतुलित कर सकती हैं।

  • महिलाओं की रोग प्रतिरोधक प्रणाली (Immune System) अधिक सक्रिय होती है, जिससे ऑटोइम्यून बीमारियाँ अधिक होती हैं।


 निष्कर्ष (Conclusion)

थायराइड आज के समय की एक साइलेंट बीमारी है, खासकर महिलाओं के लिए। लक्षण हल्के और धीमे शुरू होते हैं, लेकिन समय पर जांच और इलाज न होने पर गंभीर रूप ले सकते हैं। जीवनशैली, आहार, और नियमित स्वास्थ्य जांच के जरिए इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।


लोग अक्सर पूछते हैं (FAQs):

Q1: क्या थायराइड पूरी तरह ठीक हो सकता है?
 हाइपोथायरायडिज्म में दवा जीवन भर लेनी पड़ सकती है, लेकिन हाइपरथायरायडिज्म कुछ मामलों में ठीक भी हो सकता है।

Q2: क्या थायराइड की बीमारी में बाल झड़ना सामान्य है?
 हाँ, यह एक आम लक्षण है।

Q3: थायराइड की दवा खाली पेट क्यों दी जाती है?
 क्योंकि खाना दवा के अवशोषण को बाधित कर सकता है।

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