ग्राम प्रधान व सचिव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप निराधार-आँचलिक ख़बरें-प्रमोद मिश्रा

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कोपा ग्राम प्रधान व सचिव पर लगे 20 बिंदुओं पर भ्रष्टाचार की शिकायत पर जांच के बाद आरोप निराधार

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के विकासखंड मऊ के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोंपा के नए प्रधान उर्मिला देवी व ग्राम से ही संबंधित ग्राम विकास अधिकारी अनुराग पांडे पर ग्राम के ही निवासी सच्चिदानंद दुबे जो ग्राम निर्माण समिति के अध्यक्ष भी हैं व उनके साथ दो-तीन ग्रामीणों ने चित्रकूट जिला में जाकर डीपीआरओ जिला पंचायत राज अधिकारी को पिछले महीने ग्राम के निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की 20 शिकायतों का प्रार्थना पत्र में दे आए थे। जिससे उक्त प्रकरण को लेकर आज 10 सितंबर 2021 को ग्राम सचिवालय कोंपा में आकर जिला पंचायत राज अधिकारी तुलसीराम विश्वकर्मा ने 20 शिकायतों की जांच ग्राम पंचायत कोंपा मे की तो लगभग 3 कामों में फाल्ट मिला वह भी तकनीकी कमी के कारण व कलस्टरों के बदलने के कारण यह काम व्यवस्थित हो ने में देरी हो गई यह बात सचिव, जेई, व एडियो पंचायत ने डीपीआरओ चित्रकूट को बताया। इस विषय पर डीपीआरओ चित्रकूट ने सचिव अनुराग पांडे को निर्देशित किया किन कामों को जो अधूरे हैं मुझे व ग्राम की जनता को संतुष्ट करो और उन कामों को पूरा करो ।और इसके बाद 17 बिंदुओं पर जांच में फर्जी शिकायतें भी पाई गई क्योंकि मौका मुआयना और ग्राम की जनता से पूछा गया तो ज्यादातर जनता ने पूरे कार्यों को जगह सहित बताया कि सभी काम सही मौके पर कराए गए हैं। ग्राम सचिवालय कोपा में एडीओ पंचायत मनीष पांडे व ब्लाक मऊ के ही जेई एमआई कौशल कुमार भी अपने सभी तथ्यों को जिला पंचायत राज अधिकारी चित्रकूट तुलसीराम विश्वकर्मा के सामने रखा जिसमें सभी कार्य संतुलित पाए गए सचिवालय बनकर तैयार है पर पूर्व ग्राम प्रधान के बवाल के कारण आज तक पक्की सड़क से लगभग 30 मीटर के रास्ते को जो ग्राम सचिवालय वह ग्राम के सामुदायिक शौचालय तक बना था आज तक नहीं बना पाए। ग्राम कोंपा की जनता ने यह बात कही क्योंकि ऐसे मौके पर बड़े राजस्व अधिकारी मौके पर जाकर निस्तारण कर सकते हैं क्योंकि ग्राम सचिवालय व सामुदायिक शौचालय के लिए दक्षिण पश्चिम से रास्ता ग्राम समाज की जमीन से पहले था लेकिन कुछ ग्रामीणों ने यह बताया कि अब कहीं से रास्ता नहीं है क्योंकि पूरब दिशा मैं दोनों पंचायती राज की इमारतों के सामने ग्राम के ही पूर्व प्रधान का लगभग डेढ़ 2 बीघा का काश्तकारी जमीन है तो वह अपने खेत से और बगीचे से रास्ता देने से साफ इनकार करते आ रहे हैं। जिससे सचिवालय को वह समुदायिक शौचालय कोपा तक जाने के लिए ग्राम समाज की जमीन से ही अधिक महत्व दिया जाए तो रास्ता आसानी से निकल सकता है कोपा ग्राम की जनता ने यह बात कही कि ग्राम सचिवालय व सामुदायिक शौचालय के रास्ते को बाधित करने वालों पर जांच कर दंडात्मक कार्रवाई कर गांव के विकास कार्यों को पूर्ण होने पर मदत राजस्व अधिकारी करते तो रास्ता सुगमता से बन सकता है ग्राम सचिवालय में ग्राम के 100 लोगों से ज्यादा आ करके ग्राम के विकास की बात बता कर सहयोग किया और 20 लोगों ने अपने-अपने हस्ताक्षर भी शिकायतों के खिलाफ किए की लगभग सभी शिकायतों के काम सही पाए गए हैं ।

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