विरार (संवाददाता)। यंग स्टार्स ट्रस्ट, विरार के अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर के मार्गदर्शन में इस वर्ष भी ‘स्वर दीपावली’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन पद्मश्री भाऊसाहेब वर्तक सभागृह, विरार (पश्चिम) में किया गया। यह आयोजन यंग स्टार्स ट्रस्ट विरार, ज्येष्ठ नागरिक संघ विरार तथा अखिल भारतीय निवृत्त रेल कर्मचारी संघ के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन भरत म्हात्रे ने किया।
सुबह हुई सुरमयी शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः साढ़े छह बजे “प्रभू विघ्नहर्ता” गीत से हुई। इसके बाद “साईबाबा बोलो”, “आली माझ्या घरी ही दिवाळी”, “कोळीगीत”, “पद्मनाभा नारायणा” और “लावण्या भुपाळ्या” जैसे गीतों की प्रस्तुतियों से सभागृह भक्तिरस और संगीत से सराबोर हो गया। इन भक्ति और सांस्कृतिक गीतों ने दीपावली की सुबह को सुरों से जगमगा दिया।
दर्शक भावविभोर हुए
कार्यक्रम का समापन भरत म्हात्रे द्वारा प्रस्तुत कव्वाली “ढलता सूरज धीरे धीरे” और “हेचि दान देगा देवा” भैरवी से हुआ। इन भावपूर्ण प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया और सभागृह तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
गणमान्य अतिथि रहे उपस्थित
इस अवसर पर ज्येष्ठ नागरिक संघ विरार के अध्यक्ष डॉ. वर्तक, अखिल भारतीय निवृत्त रेल कर्मचारी संघ के श्री प्रभाकर फाटक, विवा ठाकुर चार टेबल ट्रस्ट के सदस्य श्री संजीव पाटील, माजी नगरसेवक विलास बंधु चोरघे, हार्दिक राऊत, सुरेखा कुरकुरे, नयन जैन सहित अनेक नगरसेवक एवं नगरसेविकाएं उपस्थित रहीं। सभी अतिथियों ने इस आयोजन की प्रशंसा की और आयोजकों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
समाजसेवियों को किया गया सम्मानित
सामाजिक कार्यों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले डॉ. वर्तक, श्री प्रभाकर फाटक, श्री प्रभाकर वर्तक और श्री मिलिंद पोंक्षे को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। अतिथियों ने कहा कि ‘स्वर दीपावली’ जैसे आयोजन विरार की सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत करते हैं।
कार्यक्रम की संकल्पना और आगामी आयोजन
‘स्वर दीपावली’ कार्यक्रम की संकल्पना अजीव पाटील की थी। उन्होंने कार्यक्रम के अंत में सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दीं और जानकारी दी कि आगामी 25 अक्टूबर को इसी सभागृह में “दिवाली संध्या” कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने नागरिकों से इसमें अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आग्रह किया।
Also Read This- माहिम: दिवाली जलपान कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों ने बढ़ाई शोभा

