बिहार की राजनीतिक में इस समय उथलपुथल चल रहा है। पूर्व अध्यक्ष व नवनिर्वाचित केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के बीच वर्चस्व की जंग की चर्चा आम है। जेडीयू के नेतागण भले ही इन बातों से इनकार करें लेकिन पार्टी में ललन सिंह एवं आरसीपी सिंह के गुटों के बीच वर्चस्व की जंग छिड़ चुकी। सूत्रों के अनुसार एक बार फिर 16 अगस्त को पटना में आरसीपी सिंह के स्वागत समारोह के बहाने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी जोरों पर है।
ज्ञात हो कि पिछली बार जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद छह अगस्त को ललन सिंह पहली बार पटना पहुंचे थे। उनके स्वागत में जिस प्रकार शहर में पोस्टर लगे गये और हवाई अड्डे से लेकर पार्टी के प्रदेश कार्यालय तक भीड़ उमड़ी उसे देखने बाद यही समझा जाने लगा कि जदयू में कोई नया खेला आरम्भ हो गया।
अब पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह 16 अगस्त को पटना आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिये पार्टी के कुछ लोग बड़े पैमाने पर तैयारी कर रहे। अपने नवनिर्वाचित अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ता शयेद भूल गए कि जदयू में ललन सिंह जैसी भी कोई महान शख्सियत है।मंत्री जी के स्वागत वाले बड़े बड़े पोस्टर बैनर को अपने ही पार्टी के अध्यक्ष के बैनर को छिपा दिया जिसके कारण पार्टी में तल्खी देखने को मिल रही है, जबकि फ्लेक्स लगाने वाले व्यक्ति के माफी मांग ली उसके बाद मामला फिलहाल शांत तो हो गया है लेकिन पूर्णरूप से कहा नहीं जा सकता। स्पष्ट है कि, जिस प्रकार की तैयारी चल रही है वह 16 अगस्त के लिए एक चैलेंज की तरह लिया जा रहा है।
जानकार सूत्रों के अनुसार आरसीपी सिंह ने तकनीकी तौर पर अपने समर्थकों को अपने कार्यक्रम की रूप रेखा गुप्त रूप से बता दी है तथा तय कार्यक्रम के अनुसार स्वागत के बाद पार्टी दफ्तर में उनका संबोधन भी होगा, और वह अपने क़ाफ़ले अपने पैतृक गांव भी जाएंगे।