प्रमोद मिश्रा
प्रशासन के आदेश के आधार पर महिला अपनी खरीदी जमीन पर कब्जा नहीं कर पा रही है.
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मऊ तहसील व रामनगर ब्लाक के अंतर्गत, ग्राम पंचायत खजुरिया कला की चुनिया देवी पत्नी शिव लाल यादव ने भखरवार ग्राम पंचायत के निवासी, राशिद अली पुत्र इंद्राज अली से गाटा संख्या ७९१, जिसका रकबा .228 हेक्टेयर भूमि बैनामा से खरीदा। जिसकी चौहद्दी दक्षिण में रोड है, उत्तर में केशव है, पूर्व में केशव है ,पश्चिम में मोहन आदि हैं. जब अपने खेत में खेती करने गई चुनिया देवी को, खजुरिया कला के ही अपराधी व दबंग किस्म का आदमी केशव पुत्र शु्कुरू ने, चुनिया देवी को गाटा 791 में कब्जा नहीं करने दे रहा है, और न उसको जोतने दे रहा है। वजह केशव के पेड़ हैं जोकि बिल्कुल अलग है, और किनारे में हैं। चुनिया देवी द्वारा खरीदे गाटा से केशव के पेड़ का कोई संबंध नहीं है. लेकिन ग्राम का केशव कोरी पुत्र सुकरू अन्याय ढंग से धमकाकर, चुनिया देवी और उसके बच्चों को खेती नहीं करने दे रहा है। इसी मैटर में न्यायालय अपर आयुक्त प्रशासन चित्रकूट धाम मंडल बांदा ने अपने निर्णय में गाटा संख्या ७९१. रकबा 228 हेक्टेयर में केशव का कोई हिस्सा नहीं है, और केशव बेवजह उसमें आपत्ति कर रहा है. जबकि उसके खेत और पेड़ अलग हैं। फिर भी केशव अपनी दबंगई के बल में चुनिया देवी को खेती नहीं करने देता, और फर्जी आपत्ति अधिकारियों को मिलाकर दे देता है। जिससे चुनिया देवी निवासी खजुरिया कला है की, सही ढंग से खरीदी जमीन पर कब्जा क्यों नहीं कर पा रही हैं। इस बात को लेकर मऊ उपजिला अधिकारी को केशव पुत्र शु्कुरू के खिलाफ शिकायती पत्र दिया, जिसमें जांच में केशव को गलत ठहराया गया. और थाना रैपुरा पुलिस ने धारा 151/107/116 फौजदारी के अंतर्गत कार्रवाई भी करी है।
खजुरिया कला ग्राम पंचायत तहसील से दूरी पर है, वहां के हिस्ट्रीशीटर केशव ने ग्राम सभा के अन्य कई लोगों को परेशान किया है। चुनिया देवी पत्नी शिवलाल यादव को और उसके बच्चों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की भी धमकी केशव दे रहा है ।और कहता है, जरूरत पड़ने पर जान से मारूंगा। पीड़ित महिला कार्यवाही की आस से फिर से मऊ उपजिला अधिकारी के पास अपने बच्चों को ले जाएगी. और शासन प्रशासन की मदद से बिना भय के अपनी जमीन में फसल आजादी से बो पाएगी। खजुरिया कला का निवासी केशव भखरवार ग्राम की जमीन पर अपना अधिकार कर रहा है. जबकि ग्राम पंचायत भखरवार से उसका कोई लेना-देना नहीं है. जबकि यह जमीन श्रेणी 2 संक्रमणीय भूमिधर से श्रेणी 1 क संक्रमणीय भूमिधर घोषित होने के बाद ही, भखरवार के राशिद अली ने चुनिया देवी को लिखा। यह जांच रिपोर्टों के आधार पर बात बताई गई है।