World Chess Championship : आज से शुरू हो रहा वर्ल्ड चेस चैम्पियशिप, सिंगापूर करेगा खेल की मेजबानी !

Aanchalik khabre
By Aanchalik khabre
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World Chess Championship : आज से शुरू हो रहा वर्ल्ड चेस चैम्पियशिप, सिंगापूर करेगा खेल की मेजबानी !

World Chess Championship 2024 : आज गूगल डूडल के जरिये रणनीतिक और ऐतिहासिक शतरंज के खेल का सम्मान करता हुआ जश्न मना रहा है जो 64 काले और सफेद वर्गों वाले बोर्ड पर खेला जाता है। यह खेल जो भारत में छठी शताब्दी से चला आ रहा है अपनी जटिल चालों और लंबे इतिहास के लिए जाना जाता है। यह खेल विश्व स्तर पर काफी प्रसिद्द है ।

विश्व शतरंज चैंपियनशिप (World Chess Championship) आज 25 नवंबर से शुरू होगी और 15 दिसंबर, 2024 तक चलेगी। इस अनोखे अवसर के लिए Google ने एक शानदार डूडल भी बनाया है। Google ने आज के डूडल के ज़रिए शतरंज के रणनीतिक और ऐतिहासिक खेल को सम्मानित किया है जिसे 64 काले और सफ़ेद वर्गों वाले बोर्ड पर खेला जाता है।

शतरंज अपनी जटिल चालों और लंबे इतिहास के लिए जाना जाता है जिसकी शुरुआत छठी शताब्दी के आसपास भारत में हुई थी। 15वीं शताब्दी तक नियम काफी बदल गए थे और पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता 1851 में हुई थी। तब से शतरंज का और विकास हुआ है और टाइम मैच और स्पीड शतरंज जैसे नए प्रकार पेश किए गए हैं जिससे इस क्लासिक खेल का रोमांच और बढ़ गया है।

जानिए कहाँ होगा विश्व शतरंज चैंपियनशिप (World Chess Championship) का आयोजन

शतरंज के शौकीनों के लिए यह त्यौहार खास तौर पर इसलिए उल्लेखनीय है क्योंकि सिंगापुर नवंबर और दिसंबर में विश्व शतरंज चैंपियनशिप (World Chess Championship) की मेजबानी कर रहा है। चैंपियनशिप में शामिल 14 पारंपरिक खेलों में से प्रत्येक चार घंटे से ज़्यादा समय तक चल सकता है। विजेता वह खिलाड़ी होता है जो 7.5 अंक हासिल करता है। बराबरी की स्थिति में विजेता का निर्धारण करने के लिए ब्लिट्ज और फ़ास्ट रैपिड गेम का इस्तेमाल किया जाएगा। इन रोमांचक मुकाबलों में प्रत्येक खिलाड़ी के पास अपनी चाल चलने के लिए सिर्फ़ तीन मिनट होंगे।

गूगल डूडल के जरिये मनाया वर्ल्ड चैस चैम्पियशिप (World Chess Championship) का जश्न

World Chess Championship : आज से शुरू हो रहा वर्ल्ड चेस चैम्पियशिप, सिंगापूर करेगा खेल की मेजबानी !

गूगल ने शतरंज से जुड़ा एक मजेदार संदेश पोस्ट किया 1. e4 हां, शतरंज खेलने का समय आ गया है। डूडल के अनुसार, दो खिलाड़ियों के शतरंज के खेल में रणनीति बहुत महत्वपूर्ण है। छठी शताब्दी से ही यह खेल भारत में खेला जाता रहा है और पंद्रहवीं शताब्दी तक इसके नियम बदल चुके थे। 1851 में पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता हुई। इसके बाद, खिलाड़ी अब टाइम्ड और स्पीड शतरंज जैसे नए प्रारूपों में अपनी तेज चालों से अपने विरोधियों को चौंका सकते हैं।

 

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