देश के पीएम रहे Rajiv Gandhi ने आम चुनाव को लेकर पूरे देश में सभाएं की थी
हमीरपुर: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में तैंतीस साल पहले पूर्व पीएम Rajiv Gandhi ने यहां एक जनसभा में हुंकार भरी थी। आधी रात को जनसभा में आए पूर्व पीएम को देखने के लिए भारी जन सैलाब भी उमड़ा था और तो और जनसभा के बाद हमीरपुर के डाकबंगले में रात्रि विश्राम भी किया था।
हमीरपुर समेत बुंदेलखंड के इलाकों में किसी जमाने में लोकसभा चुनाव में देश की पीएम चुनावी जनसभा का हिस्सा बनते थे। उस जमाने में उन्हें देखने के लिए भारी जन सैलाब उमड़ता था। लेकिन अब छोटे जिलों के बजाय मंडल मुख्यालय तक ही शीर्ष नेताओं की जनसभाएं होने लगी है। तैंतीस साल पहले 25 मार्च 1991 को देश के पीएम रहे Rajiv Gandhi ने आम चुनाव को लेकर पूरे देश में सभाएं की थी। वर्ष 1984 के आम चुनाव में केन्द्र में Rajiv Gandhi के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी। वह 1989 तक पीएम रहे।
लेकिन 1989 के आम चुनाव में Rajiv Gandhi को विपक्ष में बैठना पड़ा था। करीब सोलह महीने बाद ही नौंवी लोकसभा भंग हो गई। पूरे देश में मंडल कमीशन और राममंदिर के मुद्दा दसवें लोकसभा चुनाव में छाया रहा बावजूद केन्द्र की सत्ता में कांग्रेस आई थी। लेकिन कांग्रेस को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी। Rajiv Gandhi की आम चुनाव से पहले ही आत्मघाती हमले में हत्या कर दी गई थी। हत्या से पहले Rajiv Gandhi बुंदेलखंड के हमीरपुर की धरती पर भी कदम रखे थे। हमीरपुर में वह भारी लाव लश्कर के साथ आए थे।
उन्होंने आधी रात के बाद यहां जनसभा में हुंकार भरी थी। कुछ महीने बाद 21 मई 1991 को Rajiv Gandhi की हत्या की खबर से यहां पूरे शहर के लोग दुखी हुए थे। समाजसेवी जलीस खान, रफीक, लक्ष्मीकांत त्रिपाठी समेत तमाम लोगों ने कहा कि Rajiv Gandhi की हत्या से घरों में चूल्हे नहीं जले थे। बताया कि Rajiv Gandhi ऐसे नेता थे जिन्होंने हमीरपुर में सभा के दौरान किसी भी राजनैतिक दल के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की थी। वह सिर्फ गरीबों के कल्याण और गांवों के विकास की ही बातें की थी।
21 मई 1991 से कुछ दिन पहले Rajiv Gandhi कार से आकर हमीरपुर में की थी बड़ी सभा
तैंतीस साल पहले पूर्व पीएम राजीव गांधी मध्यवधि चुनाव के समय देश के भ्रमण पर निकले थे। बुंदेलखंड के राठ कस्बे में 25 मार्च 1991 को स्वामी ब्राह्मानंद महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया था। उन्होंने जनसभा में भारी जन सैलाब को सम्बोधित
भी किया था। यहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन स्वरूप पाठक, पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद सिंह समेत तमाम नेताओं ने उनका स्वागत किया था। इसके बाद राजीव गांधी का काफिला हमीरपुर शहर में देर रात पहुंचा था जहां जिला पंचायत परिसर में बने मंच से राजीव गांधी ने पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करने और गांवों को संचार क्रांति से जोडऩे की बात कही थी।
देर रात सभा के बाद हमीरपुर के डाकबंगले में पूर्व पीएम Rajiv Gandhi ने विताई थी पूरी रात
पूर्व पीएम Rajiv Gandhi जैसे ही हमीरपुर स्थित जिला पंचायत परिसर पर आए तभी खुली गाड़ी से उतरते ही उन्होंने साधारण परिवार के रफीक समेत कुछ युवाओं से हाथ मिलाया था। समाजसेवी जलीस खान ने भी उनसे हाथ मिलाया था। उन्होंने बताया कि राजीव गांधी ने सभा में कहा था कि संचार क्रांति से ही देश आगे बढ़ सकेगा। गांवों से पलायन रोकने के लिए पंचायती राज व्यवस्था को और मजबूत बनाया जाएगा जिससे लोगों को गांवों में ही रोजगार मिल सके। बताया कि देश के शीर्ष नेता ने किसी भी दल के बारे में कोई टिप्पणी तक नहीं की थी। राजीव गांधी ने जनसभा के बाद डाकबंगले में पूरी रात भी बिताई थी।
सभा स्थल से लेकर डाकबंगले तक सड़कों किनारे स्वागत के लिए उमड़ा था जन सैलाब
समाजसेवी जलीस खान, अनवर खान, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता लक्ष्मीकांत त्रिपाठी, संजय वीर सिंह व पूर्व प्रधान बाबूराम प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि आजादी के बाद पहली बार राजीव गांधी हमीरपुर में आधी रात के बाद आए थे इसके बावजूद उन्हें देखनेऔर सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ी थी। जिला पंचायत और कलेक्ट्रेट परिसर से लेकर डाकबंगले तक सड़कों किनारे उनके स्वागत के लिए लोगों की जबरदस्त भीड़ थी। डाकबंगले में राजीव गांधी ने सभी लोगों के साथ भोजन किया था। उनके साथ एनडी तिवारी, माखन लाल फोतेदार, मोहसिना किदवई, रामदत्त तिवारी, बीबीसी रिपोर्टर मार्कटली समेत तमाम नेता मौजूद थे।
ब्यूरो प्रमुख नईम अख्तर हमीरपुर
ब्यूरो प्रमुख नईम अख्तर हमीरपुर
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