अंबाला में आईएमटी: हरियाणा का नया औद्योगिक भविष्य

Aanchalik Khabre
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अंबाला

हरियाणा सरकार की विकासपरक सोच और औद्योगिक दृष्टिकोण के तहत अंबाला में आईएमटी (इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप) की योजना एक मील का पत्थर साबित हो रही है। यह परियोजना केवल एक औद्योगिक हब नहीं, बल्कि पूरे अंचल के युवाओं के लिए हरियाणा में रोजगार अवसर का नया द्वार खोल रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में यह योजना राज्य में समावेशी विकास और औद्योगिक क्रांति की नींव बन चुकी है।

 

क्या है अंबाला में आईएमटी योजना?

अंबाला में आईएमटी यानी “इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप” एक ऐसी औद्योगिक योजना है जिसे हरियाणा सरकार के अधीन HSIIDC (हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य है राज्य में संगठित और सतत औद्योगिक ढांचे को खड़ा करना, जिससे अंबाला रोजगार योजना को भी मजबूती मिले।

यह योजना विशेष रूप से अंबाला जिले को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है, जो पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ के साथ लगते क्षेत्र के लिए रणनीतिक रूप से उपयुक्त है। अंबाला में आईएमटी का लक्ष्य है राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करना और स्थानीय स्तर पर स्थायी विकास सुनिश्चित करना।

 

अंबाला इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप की प्रमुख विशेषताएं:-

अंबाला इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार डिजाइन किया गया है। इसमें निम्नलिखित विशेषताएं हैं:

चौड़ी और टिकाऊ सड़कें

अंडरग्राउंड ड्रेनेज सिस्टम

आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट

हरित क्षेत्र (ग्रीन बेल्ट) और वर्षा जल संचयन प्रणाली

सौर ऊर्जा आधारित स्ट्रीट लाइट्स

यह टाउनशिप पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी और निवेश के लिए तैयार है। इसका मतलब है कि अंबाला में आईएमटी पर्यावरण और उद्योग के बीच संतुलन को कायम रखते हुए विकास का नया मॉडल प्रस्तुत कर रहा है।

 

रोजगार सृजन और अंबाला रोजगार योजना का योगदान:-

अंबाला में आईएमटी का एक प्रमुख उद्देश्य है स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना। इसके तहत अंबाला रोजगार योजना को क्रियान्वित किया गया है जिसमें उद्योगों को यह प्रावधान दिया गया है कि वे अपनी आवश्यकता के अनुसार स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें नौकरी पर रखें।

सरकार की पहल से अंबाला और आसपास के क्षेत्रों में युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण, स्किल डेवलपमेंट और अप्रेंटिसशिप का मौका मिल रहा है। इससे स्थानीय प्रतिभाओं को पलायन करने की आवश्यकता नहीं होगी और हरियाणा में रोजगार अवसर बढ़ेंगे।

 

 

अंबाला में बनेगा आईएमटी, युवाओं को मिलेगा रोजगार: मुख्यमंत्री

कार्यालय संवाददाता

अंबाला/ जुलाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में 10 इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) स्थापित करेगी, जिनमें एक अंबाला में बनेगा। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।

वे अंबाला में पूजा फाउंडेशन द्वारा आयोजित “उत्कृष्ट शिक्षा पुरस्कार—2025” कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां उन्होंने दसवीं व बारहवीं के मेधावी छात्रों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम और पंचकूला को एआई हब बनाने की योजना है, जिससे हजारों युवाओं को कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रशिक्षण मिलेगा।

उन्होंने युवाओं को सलाह दी कि वे मेहनत और ईमानदारी से कार्य करें और नशे से दूर रहें। साथ ही, अभिभावकों से बच्चों से संवाद बनाए रखने की अपील की।

नशा विरोधी साइक्लोथॉन की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इसमें 7.5 लाख से अधिक युवाओं ने भाग लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब युवाओं को बिना पर्ची—बिना खर्ची सरकारी नौकरी मिल रही है। साथ ही, हर 20 किमी पर कॉलेज खोले जा रहे हैं ताकि छात्राओं को दूर न जाना पड़े।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री असीम गोयल, फाउंडेशन चेयरमैन विनोद कुमार समेत कई गणमान्य उपस्थित रहे।

 

 

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अंबाला: नेतृत्व की नई सोच:-

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अंबाला से हैं और इस क्षेत्र के लोगों की ज़रूरतों और चुनौतियों को अच्छी तरह समझते हैं। उनके नेतृत्व में हरियाणा आईएमटी योजना को राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में रखा गया है। उन्होंने साफ कहा है कि अंबाला में आईएमटी हरियाणा का भविष्य है, और यह योजना सिर्फ उद्योगों को भूमि देने की प्रक्रिया नहीं, बल्कि सामाजिक-आर्थिक बदलाव की शुरुआत है।

उनके मुताबिक, “हम सिर्फ उद्योगों को जमीन नहीं दे रहे, बल्कि युवाओं को भविष्य दे रहे हैं।” यह सोच राज्य की औद्योगिक नीति में मानव संसाधन विकास को प्राथमिकता देती है।

 

हरियाणा आईएमटी योजना: राज्यव्यापी औद्योगिक नीति का हिस्सा:-

हरियाणा आईएमटी योजना केवल अंबाला तक सीमित नहीं है। यह योजना राज्य भर के विभिन्न क्षेत्रों में इंडस्ट्रियल टाउनशिप स्थापित करने की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है। इसके तहत पानीपत, हिसार, रेवाड़ी, करनाल आदि क्षेत्रों में भी मॉडल टाउनशिप विकसित किए जा रहे हैं, लेकिन अंबाला में आईएमटी को एक प्रमुख पायलट प्रोजेक्ट के रूप में देखा जा रहा है।

यह योजना “मेक इन इंडिया”, “स्किल इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” जैसे राष्ट्रीय अभियानों के भी अनुरूप है।

 

निवेशकों के लिए अवसर:-

अंबाला में आईएमटी में निवेश करने के लिए कई बड़ी कंपनियों ने रुचि दिखाई है। विशेष रूप से फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, और फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों की अग्रणी कंपनियाँ यहाँ यूनिट स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं। सरकार ने निवेशकों को सिंगल विंडो क्लियरेंस, टैक्स में छूट और भूमि आवंटन में पारदर्शिता जैसे विशेष लाभ दिए हैं।

 

हरियाली और सतत विकास के लिए प्रतिबद्धता:

अंबाला में आईएमटी को विकसित करते समय सतत विकास को केंद्रीय महत्व दिया गया है। यहाँ प्रत्येक औद्योगिक यूनिट के लिए पर्यावरण-अनुकूल निर्माण का निर्देश है। जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण के उपाय अनिवार्य किए गए हैं। इससे अंबाला इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप एक ईको-फ्रेंडली औद्योगिक क्लस्टर के रूप में उभर रहा है।

 

स्थानीय प्रतिक्रिया और भविष्य की दिशा:-

स्थानीय लोगों में इस परियोजना को लेकर उत्साह है। युवाओं को स्किल ट्रेनिंग मिलने लगी है, MSME सेक्टर के लिए नए अवसर खुल रहे हैं और कृषि से जुड़े लोगों को भी सप्लाई चेन और पैकेजिंग यूनिट्स के जरिए लाभ मिल रहा है।

सरकार का अगला लक्ष्य है कि अंबाला में आईएमटी को एक स्मार्ट औद्योगिक शहर के रूप में विकसित किया जाए जिसमें E-office, automated transport systems और डिजिटल surveillance जैसी सुविधाएं हों।

 

निष्कर्ष: अंबाला में आईएमटी से हरियाणा को मिलेगी नई उड़ान:-

अंबाला में आईएमटी न सिर्फ हरियाणा बल्कि उत्तर भारत के औद्योगिक भविष्य की मजबूत नींव है। इससे न केवल क्षेत्रीय विकास को बल मिलेगा, बल्कि युवाओं को स्थायी और सम्मानजनक रोजगार भी प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा एक नए युग की ओर बढ़ रहा है जिसमें अंबाला रोजगार योजना और हरियाणा आईएमटी योजना जैसे प्रोजेक्ट मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।

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