Astronaut Sunita Williams : सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर मूल रूप से बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार आठ दिवसीय मिशन का हिस्सा थे, जिसे 5 जून को लॉन्च किया गया था। हालांकि, हीलियम लीक और थ्रस्टर विफलताओं के कारण उनकी वापसी अभी तक नहीं हो पायी । जोखिमों का आकलन करने के बाद नासा ने फैसला किया कि अंतरिक्ष यात्रियों के लिए स्टारलाइनर में वापस आना असुरक्षित था, जिसके कारण उन्हें 2024 की शुरुआत में स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन पर वापस लाने का फैसला किया गया।
Sunita Williams का पैतृक गांव भारत में है
करीब 7,000 निवासियों वाला झूलासन गांव ( गुजरात) सुनीता विलियम्स से जुड़े होने पर बहुत गर्व करता है, जिनके पिता और दादा-दादी कभी यहीं रहते थे। विलियम्स जो तीन बार गांव का दौरा कर चुकी हैं स्थानीय लोगों उनसे बहुत प्रेम करते है । उनकी पहली यात्रा 1972 में हुई थी जब वह सिर्फ एक बच्ची थीं। अपने सफल अंतरिक्ष मिशन के बाद वह 2007 में और फिर 2013 में झूलासन लौटीं हर बार उनकाबहुत ही धूमधाम से स्वागत किया गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार झूलासन के निवासी उनकी उपलब्धियों को बहुत प्रशंसा के साथ देखते हैं और सुनीता विलियम के काम से लोग बहुत प्रभावित है। 2007 की अपनी यात्रा के दौरान विलियम्स का पारंपरिक भारतीय जुलूस के साथ स्वागत किया गया था जहाँ उन्होंने गाँव में ऊँट पर सवार होकर यात्रा भी की थी।
Sunita Williams की सुरक्षित वापसी की रोज प्रार्थना करते है! उनके पैतृक गांव वासी
Sunita Williams के अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने की खबर आने के बाद से ही गांव के लोग स्थानीय मंदिर में रोजाना प्रार्थना कर रहे हैं और उनकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद के लिए तेल का दीया जला रहे हैं। मधु पटेल सहित महिलाओं का एक समूह गांव की अपनी “बेटी” के लिए प्रार्थना करने के लिए नियमित रूप से इकट्ठा होती है। पटेल ने कहा, “हमें उसकी उपलब्धियों पर गर्व है।
नासा और सरकार को हमारी बेटी को सुरक्षित वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। Sunita Williams के 59वें जन्मदिन के लिए गुरुवार को था गांव ने एक विशेष समारोह की योजना बनाई है। उन्होंने उनके सम्मान में एक अंतरिक्ष-थीम वाली प्रदर्शनी का आयोजन किया है उम्मीद है कि अंतरिक्ष से सुरक्षित लौटने के बाद वह फिर से आएंगी। प्रदर्शनी में अंतरिक्ष अन्वेषण में उनकी उपलब्धियों और योगदान पर प्रकाश डाला गया है जो इस बात पर जोर देता है कि झूलासन से उनका कितना गहरा नाता है।
विलियम्स संयुक्त राज्य अमेरिका में पली-बढ़ी हैं लेकिन झूलासन से उनका रिश्ता अभी भी मज़बूत है। उनके पिता, डॉ. दीपक पंड्या उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए 1957 में अमेरिका चले गए जहाँ उनकी मुलाक़ात उनकी माँ उर्सुलाइन बोनी से हुई और उन्होंने उनसे शादी कर ली। सुनीता का जन्म 1965 में हुआ था और उनका परिवार पहली बार 1972 में झूलासन लौटा था। उनके पिता जो एक न्यूरोसाइंटिस्ट थे जिनका 2020 में निधन हो गया ।
Sunita Williams के विचार बहुत प्रेरणादायक है
लेकिन उनका पुश्तैनी घर अभी भी गाँव में मौजूद है। उनके दादा-दादी के नाम पर एक पुस्तकालय भी बना हुआ है जो उनके परिवार की विरासत को संजोए हुए है। Sunita Williams का प्रभाव झूलासन की युवा पीढ़ी को प्रेरित करता रहता है। बैंकिंग परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र मंथन लेउवा को उनकी बातें बहुत प्रेरणादायक लगती हैं। “उन्होंने कहा, ‘जो आप करते हैं उससे प्यार करें और आपको सफलता मिलेगी।’ मुझे यह विचार बहुत प्रेरणादायक लगता है।”
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