झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा- महागठबंधन और गठबंधन का चैप्टर अब क्लोज हो गया है
झाविमो सभी 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) का प्रयाशी चयन के लिए रायशुमारी मंगलवार को शुरू हो गया। मोरहाबादी के संगम गार्डेन में चुनाव के पहले और दूसरे चरण के तहत पड़ने वाले जिलों के संभावित उम्मीदवारों को लेकर संबंधित विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की गई। शेष जिलों, जिनका चुनाव तीसरे, चौथे और पांचवें चरण में होना है, उनकी रायशुमारी बुधवार को होगी।
झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी स्पष्ट संकेत कह चुके हैं कि वे विपक्षी महागठबंधन के बाहर रहेंगे। विपक्षी दल भी बार-बार कह रहे हैं कि सीट शेयरिंग फॉर्मूले से लेकर सारी बातें तय हो चुकी हैं। फिर भी लगातार महागठबंधन के दल बाबूलाल मरांडी को मनाने की जी-तोड़ कोशिश भी कर रहे हैं। 4 दिन पूर्व झामुमो, कांग्रेस और राजद के नेता यह मान चुके थे कि बाबूलाल मरांडी महागठबंधन से अलग हो चुके हैं और वह साथ में चुनाव नहीं लड़ेंगे।
विपक्षी दलों में झाविमो को साथ लाने की इच्छा प्रबल होने के पीछे आंकड़ों की भी कहानी है। 2009 के विधानसभा चुनाव में झाविमो ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा और वोट शेयर 8.99% था। जबकि 2014 में 73 सीटों पर लड़कर उसका वोट शेयर बढ़कर 10.16% हो गया। इसके मुकाबले विपक्षी गठबंधन के दूसरे दलों में सर्फि झामुमो का ही वोट शेयर बढ़ा। कांग्रेस और राजद का वोट शेयर 2014 में 2009 के मुकाबले घट गया।