पायरिया से बचने के लिए दांतो की सफाई जरूरी:सर्जन निशांत चौधरी

News Desk
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जोगिंद्र सिंह

डेंटल सर्जन निशांत चौधरी को हॉस्पिटल के उद्घाटन पर क्षेत्र के लोगों ने दी शुभकामनाएं

निसिंग।बस्तली के डेन्टल सर्जन निशांत चौधरी ने चनारथल रोड नजदीक सैनी स्कूल कुरूक्षेत्र मे मल्टी स्पेशलिस्ट डेंटल केयर हॉस्पिटल का उद्घाटन किया गया। हॉस्पिटल के शुभ मुहूर्त पर आसपास के क्षेत्र के लोगों सर्जन निशांत चौधरी को शुभकामनाएं दी। डॉ निशांत चौधरी ने बताया कि आज हर कोई एक परफेक्ट मुस्कान चाहता है। आपकी मुस्कान आपकी भावनाओं को व्यक्त करती है। पीले, बदरंग या दागदार दांत आपको मुस्कुराने से रोकते हैं क्योंकि वे आपको आत्म-जागरूक महसूस कराते हैं। हालाँकि, चिंता न करें, क्योंकि आप अकेले नहीं हैं। दांतों पर दाग लगना एक आम समस्या है जिसका अनुभव लाखों लोग करते हैं।वर्तमान समय में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जो दांतों की समस्या से परेशान ना हो।दांत घिसना ऐसे ही एक दांतों की समस्या है। दांत घिसना एक प्रकार का दांत का रोग है।यह एक बड़ी ही अजीब बीमारी है। इस प्रकार की समस्या में लोग दांत को घिसने में आनंद प्राप्त करते है,लेकिन इसकी आदत लग जाने पर रोगी कभी-कभी रात में भी दांत घिसते रहता है और यह आमतौर पर लोग गुस्से या तनाव में दांत को घिसते है जो की भविष्य में बड़ी बीमारी का रूप ग्रहण कर सकते हैं,लेकिन इसके अलावा दांतों को ठीक से साफ न करना और पेट के कीड़े भी एक कारण है।

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सर्जन निशांत चौधरी ने कहा कि दांतों की सफाई अच्छी तरह नहीं करने से पायरिया भी हो जाता है। गंदगी दो दातों के बीच और मसूढ़े में जम जाती है। धीरे-धीरे मसूढ़े से खून आने लगता है, मसूढे में सूजन होता है और दर्द भी होता है। मसूढ़े और दो दांतों के बीच अन्नकण फंसता है। सफाई नहीं करने से गंदगी बढ़ने लगती है। चाकलेट, फास्ट फूड या मीठा खाद्य सामग्री खाने के बाद दांतों की सफाई करनी चाहिए। रात को ब्रश करने के बाद ही सोए। रेशेदार फल के सेवन से भी दो दांतों के बीच फंसी गंदगी निकलती है। उन्होंने कहा कि गुटखा, तंबाकू के लगातार सेवन से कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है। वहीं गुल से मुंह धोना ज्यादा खतरनाक है। इससे भी मुंह का कैंसर होता है। मुंह में छाला पड़ना, लाल और सफेद दाग होना। अगर दाग तीन-चार दिनों में नहीं छूटता है तो इलाज करवाना चाहिए। मुंह का पूरी तरह नहीं खुलना भी कैंसर के लक्षणों में शामिल है। चौधरी ने बताया कि दाँत का दर्द तब होता है जब दाँत की नस में जलन होती है। दांत दर्द के कई कारण होते हैं। यदि आपको बुखार, कान में दर्द या मुंह खोलने पर दर्द होता है, तो आपको तुरंत दंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए। यदि आपका दांत दर्द दो दिनों से अधिक समय तक रहता है या गंभीर प्रकृति का है, तो जल्द से जल्द दंत चिकित्सक से मिलें। बुनियादी मौखिक स्वच्छता बनाए रखकर अधिकांश दंत समस्याओं को रोका जा सकता है।

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