20 हेक्टेयर भूमि पर खेती पर कमा रहीं मुनाफा, कानपुर से आ रही डिमांड
औरैया। जनपद में फूलों का कारोबार महिलाएं संभाल रही हैं। समूह से जुड़कर आत्मनिर्भर बनकर खुद अच्छी कमाई कर रही हैं। इसमें सुगंधित फूलों के अलावा दूल्हे के सहरे पर सजने वाला ग्लेडियोलस भी शामिल है। जिले में करीब 20 हेक्टेयर भूमि पर फूलों की खेती हो रही है।औरैया के भाग्य नगर विकास खंड में एक एनजीओ द्वारा महिलाओं को फूलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। महिलाओं को खेती के प्रति जागरूक कर समूह की करीब 150 महिलाओं को फूलों की खेती का प्रशिक्षण दिया गया। वर्तमान में जिले में करीब 20 से 25 महिलाएं फूलों की खेती का कारोबार कर अच्छा खासा मुनाफा कमा रही हैं। जिले के फूल शहर से लेकर कानपुर महानगर तक जा रहे हैं। महिला किसान के रूप में खेती करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया है।महिला एवं बाल विकास समिति की सचिव रीना पांडेय ने बताया कि जिले में गेंदा व गुलाब की डिमांड अधिक है। इसके अलावा सबसे अधिक डिमांड ग्लेडियोलस फूल की रहती है। यह फूल गुलदस्ता बनाने और दूल्हे के सेहरे में सजाया जाता है। बताया कि कानपुर महानगर में इसके कई ऑर्डर पहले से ही लग जाते हैं। हालांकि यह फूल पूरे वर्ष भर नहीं होता है।फूल की खेती करने वाली महिलाओं ने बताया कि सामान्य दिनों में गेंदा की कीमत मात्र 20 से 30 रुपये किलो रहती है। सहालग में 150 रुपये किलो तक बिक जाता है। वहीं सामान्य दिनों में गुलाब 70–80 रुपये किलो बिकता है। वहीं सीजन पर यह 200- 250 रुपये किलो तक बिक जाता है। बड़ी सहालग होने पर कीमतों में कुछ और इजाफा हो जाता है। रीना पाडेय बताती हैं कि जिले में 150 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था। जिसमें से 20 से 25 महिलाएं फूल कारोबार से जुड़ी हैं। इसमें से कुछ महिलाएं शादी विवाह में खुद बुकिंग कर अच्छा खासा मुनाफा कमा रही है।