– सीएमओ ने कार्यालय में क्षय रोगियों को बांटी पोषण किट
चित्रकूट। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में आधा दर्जन क्षय रोगियों को पोषण किट वितरित की गई। कब से इलाज प्रारम्भ हुआ है इसकी जानकारी ली गयी। साथ ही क्षय रोग के ठीक होने तक नियमित रूप से दवा लेने के लिए कहा गया। यह भी बताया कि बिना चिकित्सक की सलाह के दवा खाना बंद न करें। अन्यथा रोग गंभीर हो जाएगा और अधिक समय तक दवा लेनी पड़ेगी।
पोषण किट पाने वाले रानीपुरभट्ट के 65 वर्षीय टीबी मरीज ने बताया की पोषण किट में चना, मूंगफली, गुड़, अरहर दाल आदि दिया गया है। इसके साथ ही पूरी तरह से ठीक होने तक दवा खाने की सलाह दी गई। कार्यक्रम में किट देने के पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भूपेश द्विवेदी ने सभी टीबी मरीजों का हालचाल और दवा सेवन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि टीबी होने पर बिना बीच में छोड़े छह महीने तक दवा का सेवन करें, रोग से मुक्त हो जाएंगे। यदि दवा खाने में लापरवाही हुई तो रोग गंभीर हो जाएगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. आर के आजाद ने बताया कि राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की पहल पर जिले में आठ सौ से अधिक टीबी मरीजों को गोद लिया जा चुका है। उन्होंने क्षय रोगियों से कहा कि उनके परिवार या आसपड़ोस में यदि किसी व्यक्ति में टीबी के लक्षण दिखते हैं तो उनसे सरकारी अस्पतालों में जांच कराने को कहें। सरकारी अस्पतालों में जांच के लिए कोई शुल्क नहीं लगती है। इसकी जानकारी गांव की आशा को भी दे सकते हैं।
—-यह है टीबी के लक्षण—-
डीटीओ ने बताया कि दो हफ्ते से अधिक समय तक खांसी आना, दो हफ्ते तक बुखार रहना, खांसी के साथ बलगम और खून आना, क्षय रोग के लक्षण हैं। इसके साथ ही सीने में दर्द होना, लगातार वजन का घटना भी क्षय रोग का लक्षण है। उपरोक्त लक्षण होने पर टीबी की जांच कराएं। सरकारी अस्पतालों में निशुल्क जांच की व्यवस्था है। इस मौके पर जिला समन्वयक क्षय रोग ज्ञान चंद्र शुक्ला, विवेक मिश्रा आदि मौजूद रहे।