Bhitarwar में CM कन्या विवाह योजना में हुआ फर्जीवाड़ा, मिलने वाली स्वीकृति राशि पर लगाई रोक

Aanchalik khabre
By Aanchalik khabre
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Bhitarwar में CM कन्या विवाह योजना में हुआ फर्जीवाड़ा, मिलने वाली राशि की स्वीकृति पर भी लगाई रोक
Bhitarwar: जनपद पंचायत Bhitarwar द्वारा मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जिला पंचायत सीईओ द्वारा चार सदस्य जाट टीम गठित कर पूरे मामले की जांच कराई गई थी।
Bhitarwar में CM कन्या विवाह योजना में हुआ फर्जीवाड़ा, मिलने वाली राशि की स्वीकृति पर भी लगाई रोक
जांच टीम द्वारा की गई जांच में जो रिपोर्ट सामने निकल कर आई उसमें किया गया फर्जीवाड़ा सही पाया गया है जिस पर जिला पंचायत के सीईओ विवेक कुमार द्वारा उक्त मामले में Bhitarwar जनपद सीईओ सहित पंचायत समन्वय अधिकारी, दो वीडियो एवं तीन सचिव और दो जीआरएस को तीन दिवस में जवाब प्रस्तुत करने के संबंध में कारण बताओं नोटिस जारी किए गए हैं।

जनपद सीईओ ने किए आदेश जारी, Bhitarwar सम्मेलन के प्रत्येक जोड़े की होगी जांच

उक्त मामले को लेकर Bhitarwar के जनपद कार्यालय में हलचल पैदा हो गई और इसी फर्जी बाड़े के प्रकरण को लेकर आनन-फानन में जनपद सीईओ एलएन पिप्पल द्वारा विकासखंड की समस्त 82 ग्राम पंचायत के सचिवों की सोमवार को बैठक आहूत की गई जिसमें उन्होंने सभी पंचायत सचिवों को नए सिरे से सभी वैवाहिक जोड़ों की जांच करने के साथ ही मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत जोड़ों को दी जाने वाली 49000 की राशि के स्वीकृति पत्रों पर भी जांच पूरी होने तक रोक लगाए जाने के आदेश जारी किए गए हैं।
Bhitarwar में CM कन्या विवाह योजना में हुआ फर्जीवाड़ा, मिलने वाली राशि की स्वीकृति पर भी लगाई रोक
बतादें की भितरवार जनपद पंचायत द्वारा Bhitarwar नगर की कृषि उपज मंडी प्रांगण में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 13 मार्च 2024 को सर्वजातीय सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसके लिए विभिन्न ग्राम पंचायत के माध्यम से विवाह योग्य युवक युवती द्वारा आवेदन जनपद पंचायत में प्रस्तुत किए गए थे जिनकी जांच में 12 मार्च को चार ऐसे आवेदनों का खुलासा हुआ था जिनका विवाह पूर्व में हो चुका था और उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना की राशि हड़पने के लिए पुनः आवेदन विवाह का किया था जिनके आवेदन जांच द्वारा निरस्त किए गए थे।

13 मार्च को आयोजित विवाह सम्मेलन Bhitarwar में तीन शादीशुदा जोड़ों का पुनः विवाह

तो वही जांच के उपरांत भी 13 मार्च को आयोजित विवाह सम्मेलन में तीन शादीशुदा जोड़ों का पुनः विवाह संबंधित कर्मचारियों की लापरवाही से हुआ या फिर उक्त योजना के तहत शासन से मिलने वाली 49000 की विवाह सहायता राशि में बंदर बांट करने के लिए जानबूझकर किया गया था। उक्त मामला जैसे ही ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान और जिला पंचायत सीईओ विवेक कुमार की संज्ञान में आया तो उन्होंने चार सदस्य जांच कमेटी गठित कर तत्काल हुए फर्जी वाले की जांच कराई जिसमें मामला सही पाया गया है।
वहीं जिला पंचायत सीईओ द्वारा मामले की दोषी के तौर पर जनपद सीईओ से लेकर अन्य कर्मचारियों को तीन दिवस में जवाब प्रस्तुत करने की हिदायत के साथ कारण बताओं नोटिस जारी किया गया वैसे ही जनपद सीओ एल एन पिप्पल हरकत में आए और उन्होंने सोमवार को अनुभाग की समस्त 82 ग्राम पंचायत की बैठक बुलाई जिसमें उन्होंने सभी पंचायत सचिवों को आदेश जारी करते हुए कहा कि मुख्य कार्यपन अधिकारी जिला पंचायत ग्वालियर द्वारा 15 मार्च 2024 को दिए गए निर्देशों के पालन में 13 मार्च 2024 को हुए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत आयोजित सम्मेलन में शामिल हुए जोड़ों का पुन :स्थल निरीक्षण करने के लिए संबंधित क्षेत्र के जन मित्र केंद्र प्रभारी, उप यंत्री और दो पंचायत सचिवों के अलावा आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ता आदि की 6 सदस्यों बाली बारह टीम गठित की गई है।
साथ ही निर्देशित किया गया है कि कार्यालय द्वारा जारी स्वीकृत एवं भुगतान प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से रोकते हुए आगामी जांच होने तक उनके समन्वय भुगतान पर रोक लगाई जाती है तथा उक्त जांच पत्र जारी होने के एक सप्ताह के में पूर्ण करने हेतु आदेशित किया गया है। तथा उक्त जांच के लिए वरिष्ठ पंचायत समन्वयक अधिकारी मानसिंह सोलंकी को बनाया गया है। वही उक्त मामले के साथ ही ग्राम पंचायत में सरकार की योजना के अनुसार जो कार्य चल रहे थे उन्हें तत्काल पूरा करने और निर्माण कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
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