इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली एक दिल दहला देने वाली घटना झाँसी के थाना नवाबाद क्षेत्र से सामने आई है। यहां 60 वर्षीय अधेड़ व्यक्ति ने एक 7 साल
की मासूम बच्ची के साथ घिनौनी हरकत करने की कोशिश की। यह मासूम बच्ची अक्सर अपनी मां के साथ आरोपी के घर जाया करती थी, क्योंकि उसकी मां वहां खाना बनाने का काम करती थी। इसी दौरान आरोपी ने अपनी गंदी मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए बच्ची को अपना शिकार बनाने की कोशिश की।
घटना के बाद जब बच्ची ने डरते-डरते अपनी मां को यह बात बताई, तो परिवार के होश उड़ गए। इसके बाद परिजन तुरंत थाना नवाबाद पहुंचे और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने पीड़िता के परिवार से घटना की पूरी जानकारी ली और मामले की जांच शुरू कर दी है।
मासूम को अकेला पाकर की गंदी हरकत
मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता की मां एक घरेलू कामगार है, जो घर-घर जाकर खाना बनाने का काम करती है। वह पिछले कई महीनों से आरोपी के घर पर भी काम कर रही थी। पीड़िता की मां अक्सर अपने साथ अपनी 7 वर्षीय बच्ची को भी ले जाया करती थी, क्योंकि घर में उसे देखने वाला कोई नहीं था।
आरोपी ने इसी बात का फायदा उठाकर मासूम बच्ची को अपना शिकार बनाने की कोशिश की। घटना वाले दिन जब बच्ची की मां रसोई में काम कर रही थी, तभी आरोपी ने मासूम को अकेला पाकर उसके साथ छेड़छाड़ की।
इस घिनौनी घटना के बाद मासूम बच्ची काफी डर गई थी। उसने तुरंत अपनी मां से कुछ नहीं कहा, लेकिन घर जाकर जब मां ने उसे बार-बार पूछा कि वह इतनी चुप और डरी-सहमी क्यों है, तो बच्ची ने पूरी आपबीती सुना दी। यह सुनते ही मां के पैरों तले जमीन खिसक गई। उसने तुरंत अपने पति और परिवार के अन्य सदस्यों को इस बारे में बताया।
परिजनों ने थाने में दर्ज कराई शिकायत
घटना के बाद परिवार के लोग तुरंत थाना नवाबाद पहुंचे और वहां पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। परिजनों ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि ऐसे वहशी दरिंदों को कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि आगे से कोई और मासूम इस तरह की घटना का शिकार न हो।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया, जांच जारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है।
थाना प्रभारी का कहना है कि इस मामले में दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “इस तरह की घिनौनी हरकत करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
इस घटना से इलाके में आक्रोश, आरोपी को फांसी की मांग
इस घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया है। स्थानीय लोगों ने इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की है और आरोपी के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है। कुछ लोगों का कहना है कि ऐसे अपराधियों को फांसी दी जानी चाहिए ताकि समाज में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
बाल संरक्षण आयोग से भी हो सकती है कार्रवाई
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद संभावना जताई जा रही है कि बाल संरक्षण आयोग भी इस मामले में हस्तक्षेप कर सकता है। ऐसे मामलों में आयोग बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाता है और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कानूनी प्रक्रिया को तेज करता है।
मनोवैज्ञानिकों का कहना – बच्चों को दें जागरूकता की शिक्षा
इस मामले पर मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि माता-पिता को अपने बच्चों को जागरूक करने की जरूरत है। बच्चों को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ के बारे में समझाना बहुत जरूरी है, ताकि वे किसी भी अनहोनी की स्थिति में तुरंत अपने माता-पिता को सूचित कर सकें।
मनोवैज्ञानिक डॉ. संजय वर्मा का कहना है, “अक्सर बच्चे डर और शर्म के कारण ऐसी घटनाओं को छिपा लेते हैं। यह माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों से इस विषय पर खुलकर बात करें और उन्हें किसी भी तरह की गलत हरकत की पहचान करने के लिए तैयार करें।”
इस तरह के मामलों में भारतीय कानून बेहद सख्त है। *’प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस’ (POCSO) एक्ट 2012 के तहत, नाबालिग बच्चों के साथ किसी भी प्रकार की यौन शोषण की घटना एक गंभीर अपराध मानी जाती है। इस कानून के तहत दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को कठोर सजा दी जाती है, जिसमें उम्रकैद तक की सजा शामिल है।
अगर किसी बच्चे के साथ इस तरह की घटना होती है, तो माता-पिता और अभिभावकों को तुरंत निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए
बच्चे की बात ध्यान से सुनें और उसे भरोसा दें कि वह सुरक्षित है।
बिना देर किए नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
बच्चे को काउंसलिंग दिलाएं, ताकि वह इस मानसिक आघात से उबर सके
आसपास के बच्चों को भी इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए जागरूक करें।
यह घटना हमें एक कड़वा सच बताती है कि समाज में आज भी ऐसे दरिंदे मौजूद हैं, जो अपनी हवस के लिए मासूम बच्चों तक को नहीं छोड़ते। लेकिन समय आ गया है कि ऐसे अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि कोई और बच्चा इस तरह की भयावह स्थिति का शिकार न हो।
फिलहाल, पुलिस इस मामले में जांच कर रही है और जल्द ही आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता के परिवार को अब सिर्फ न्याय की उम्मीद है और पूरा समाज चाहता है कि इस दरिंदे को ऐसी सजा मिले, जो दूसरों के लिए भी नजीर बन सके।