आंचलिक संवाददाता
निसिंग/करनाल। करनाल कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) के अध्यक्ष डॉ. राजेश वैध वाल्मीकि के नेतृत्व में आज एक शक्तिशाली प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने “वोट चोर, गद्दी छोड़” के नारे लगाकर वर्तमान सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों की अवहेलना और जनमत के अपहरण का आरोप लगाया।
डॉ. वैध ने कहा कि जनता अब पूरी तरह जाग चुकी है और समझ चुकी है कि सत्ता में बने रहने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बहुमत का अपमान करना, जोड़-तोड़ से सरकार बनाना और संविधान के सिद्धांतों की अनदेखी करना लोकतंत्र की हत्या के समान है। ऐसे नेताओं को सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था, लेकिन इसका राजनीतिक संदेश बेहद तीखा और स्पष्ट था। सैकड़ों कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने तख्तियां और पोस्टर लेकर सरकार विरोधी नारे लगाए। “लोकतंत्र की हत्या नहीं सहेगा हिन्दुस्तान” और “जनता जाग चुकी है” के नारे इलाके में गूँज उठे।
डॉ. वैध ने बताया कि यह आंदोलन केवल हरियाणा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे देश में चलाया जाएगा। आने वाले दिनों में ब्लॉक स्तर पर जनजागरण सभाएं, पदयात्राएं और आंदोलन आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य है कि प्रत्येक मतदाता यह समझ सके कि उसका वोट ही लोकतंत्र की असली ताकत है और उसके बहुमत का अपमान नहीं किया जा सकता।
इस अवसर पर रत्न लाल सरपंच, नरेश शर्मा, केहर सिंह पूर्व सरपंच, गुरविंद पंच, रमेश चौहान, मेहर सिंह, सुरेश शर्मा, सुनील ढीलोड़, मनीष चनालिया, टोनी गिल, महिंद्र पंच, पोली राम, अशोक कुमार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। उन्होंने प्रदर्शन में सक्रिय भागीदारी करते हुए लोकतंत्र की रक्षा और जनता की आवाज़ को बुलंद किया।
विशेषज्ञों और राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह के शांतिपूर्ण आंदोलनों से लोकतंत्र की वास्तविक शक्ति जनता तक पहुँचती है। यह न केवल जनता में जागरूकता बढ़ाता है बल्कि नेताओं और सत्ता संस्थानों पर जवाबदेही की भावना भी मजबूती से स्थापित करता है।
इस प्रदर्शन ने स्पष्ट संदेश दिया कि लोकतंत्र में मतदाता की शक्ति सर्वोपरि है और जनता के बहुमत का अपमान करने वाले नेता लंबे समय तक सत्ता में टिक नहीं सकते।
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