साहस और वीरता के प्रतीक थे Maharana Pratap: डॉ बलराम शर्मा
Haryana News: – कस्बे के गांव गोंदर में हरियाणा युवा क्षत्रीय महासभा द्वारा वीर शिरोमणि Maharana Pratap जयंती समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डीएवी कॉलेज करनाल के राजनीतिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ बलराम शर्मा व विशिष्ट अतिथि के रूप में विशाखा चौहान ने शिरकत की। कार्यक्रम में पहुंचने पर हरियाणा युवा क्षत्रीय महासभा के सभी पदाधिकारीयों ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।
मुख्य अतिथि डॉ बलराम शर्मा ने कहा कि वीर शिरोमणि Maharana Pratap साहस और वीरता के प्रतीक थे। उन्होंने सनातन धर्म की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने कभी भी मुगलों के सामने सिर नहीं झुकाया और ना ही उनसे हार मानते हुए उन्हें कभी भी मेवाड़ राज्य की सीमा में प्रवेश होने दिया। उनकी वीरता की प्रशंसा स्वयं सम्राट अकबर भी किया करते थे। वह मां भारती के सच्चे सपूत थे। विपत्ति के दिनों में उन्हें जंगलों में घास व कंदमूल खाकर भी गुजारा करना पड़ा था। परंतु मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की थी।
हरियाणा युवा क्षत्रीय महासभा के अध्यक्ष प्रदीप सिंह राणा ने कहा कि वीर शिरोमणि Maharana Pratap किसी एक वर्ग के नहीं थे। उन्होंने सभी वर्गों के लिए कार्य किया। संस्था के उप प्रधान सुरेंद्र राणा ने कहा कि Maharana Pratap वीरता के प्रतीक थे। कार्यक्रम में विशाखा चौहान ने Maharana Pratap की वीरता की गाथा पर एक भजन सुनाया व उनके शौर्य के किस्से सुनाए। कार्यक्रम के अंत में सभी पदाधिकारीयों ने मुख्य अतिथि डॉ बलराम शर्मा व विशाखा चौहान को पगड़ी पहनकर व महाराणा प्रताप की फोटो देखकर सम्मानित किया। इस अवसर पर गोलू राणा, अभी राणा,शैलेंद्र राणा, विशू राणा, पुनीत शर्मा, अभिषेक शर्मा, शैलेंद्र राणा, रमन कश्यप व सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।
निसिंग से जोगिंद्र सिंह
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