रमेश कुमार पाण्डे
जिला कटनी – शहरी एवं विकासखंड स्तर पर बुखार के साथ साथ बारीक दाने के मरीजों की संख्या में वृद्धि दृष्टिगोचर हुई है। इन बीमारियों की रोकथाम व उन्मूलन के लिये भारत शासन द्वारा डब्ल्यू एच ओं के सहयोग से वैक्सीन प्रीवेंटेवल बीमारियों के सर्विलेंस चल रहा है। क्योंकि यह बीमारियां अत्यंत संक्रामक है। और सामुदायिक स्तर पर महामारी फैलने की संभावना बनी रहती है। मीजल्स रूबेला एलिमिनेशन हेतु जिला टास्क फोर्स की बैठक बुधवार को कलेक्टर सभागार में कलेक्टर अवि प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
बैठके के दौरान कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा मीजल्स रूबेला बीमारी से होने वाली क्षति को व्यक्ति से व्यक्ति तक पहुंचाने की जानकारी हेतु प्रचार-प्रसार करने के लिये विभाग में बजट उपलब्ध नहीं होने पर शासन से मांग करने के निर्देश विभाग को दिये गये। मीजल्स रुबेला एलिमिनेशन हेतु जिले में 50 प्रतिशत से कम टीका लगाने वाली एएनएम को कारण बताओ नोटिस जारी करने एवं 95 प्रतिशत से अधिक उत्कृष्ट कार्य करने वाली आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के निर्देश दिये गये। जिले में समस्त शासकीय एवं निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में समस्त संदिग्ध रोगियों की जानकारी तत्काल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश कलेक्टर अवि प्रसाद ने दिये ।
बीमारियों जिनके लक्षण एवं परिभाषा सारणी में दिये गये है। ऐसे समस्त मरीज यदि आपको क्लिनिक या जानकारी में आते है तो उनका नाम, पिता का नाम, पूर्ण पता एवं मोबाइल नंबर, संभावित लक्षण आने की दिनांक सहित डब्ल्यूएचओ के सर्विलेंस मेडीकल आफीसर डॉ जलज खरे मो. नं. 9839702202 व जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. समीर सिंघई मो.नं. 9479898341 के नंबर पर तत्काल सूचना देवें। महामारी एक्ट 1097 के अधीन उपरोक्त बीमारियों के संदिग्ध रोगियों की सूचना न देने वाले छुपाने समस्त चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य संस्थाओं व अन्य के प्रति दण्ड प्रावधान है।