मनीष गर्ग
चित्रकूट–चित्रकूट में चोरों के आतंक से लोग परेशान हैं लगातार चोरी की वारदाते कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, औरैया से आए श्रद्धालुओं के बैग चोरों ने पार किया है जिसके बाद पूरी फैमिली दर-दर भटक रही है चार पहिया वाहन की चाबी भी उसी बैग में थी अब गाड़ी का लॉक नहीं खुल रहा है, मासूम बच्चे पति-पत्नी समेत पांच लोग चित्रकूट दर्शन को आए थे खाने और रुकने तक के लिए पैसे नहीं बचे, कल चरण चिन्ह जानकी कुंड के पास चोर को खुद श्रद्धालुओं ने पकड़कर पुलिस को दिया है एक और चोर जो काफी दिनों से चिन्हित है पेंटर नाम बताया जा रहा है वह लगातार वारदातों को अंजाम देता है लेकिन पुलिस की पकड़ से दूर है, चित्रकूट में घाट किनारे जमकर चोरियां होती हैं घाट किनारे लगी छोटी-छोटी टपरे व गुमटियों वाले भी इन चोरियों में सम्मिलित रहते हैं आरोग्यधाम के आसपास बनडा पूरे दिन भर गांजा पीने वालों का अड्डा बना हुआ है न सीढ़ियों का जमावड़ा लगता है और चोरी की वारदातों को अंजाम दिया जाता है, सामग्री या खुद लोग अपने दुकान में रखा लेते हैं बाद में चोर के पास से कुछ बरामद नहीं होता जिसके चलते पुलिस भी मजबूर होकर इनको छोड़ देती है, प्रमोद वन से आरोग्यधाम तक अवैध तरीके से लगे छोटे छोटे डिब्बे श्री गुटखा व नशे के सामग्री की बिक्री करने वाली दुकानों को हटवाने से इन चोरियों पर लगाम लग सकती है, बहुत से श्रद्धालु पहुंचते हैं चित्रकूट जिनके पास रूम लेकर रुकने का पैसा नहीं होता तो वह घाट किनारे रात गुजारने के बाद दर्शन पूजा कर अपने घर को लौट जाते हैं लेकिन इन चोरों के चलते चित्रकूट की छवि पदनाम हो रही है, पुलिस को घाट किनारे लगे छोटे-छोटे दुकान और नशे की बिक्री करने वाली दुकानों पर छापेमारी कर इनके आईडी प्रूफ देखने चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ….. जानकारी आ रही है कि घाट किनारे लगी नसेड़ियों के दुकानदारों का और चोरों का 50-50 चोरी के माल में बटवारा होता है… एक चोरी करता है और एक छिपाता है…. थाना चित्रकूट में मंदाकिनी नदी के किनारे सर्वाधिक चोरियां हो रही है ….सवाल यह है कि पीड़ितों द्वारा थाने में तहरीर दी गई लेकिन उनको चोरी की तहरीर की रिसीविंग नहीं दी गई है एप्लीकेशन ले लिया गया है लेकिन बिना रिसिविंग के एप्लीकेशन लिए परिजन घूम रहे हैं जिसके चलते उनकी गाड़ी की चाभी नहीं बन पा रही है गाड़ी के कागज व थाने की रिसीविंग ना होने के चलते चाभी बनवाने में भी समस्या हो रही है…