3 मई तक केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पर रोक, जानिए कब शुरू होंगे रजिस्ट्रेशन

Aanchalik Khabre
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3 मई तक केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पर रोक

 

बिगड़ते मौसम को देखते हुए शासन ने केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण पर लगी रोक को तीन मई तक बढ़ा दिया है. फ़िलहाल तीर्थयात्री अन्य तीन धाम (गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ) का पंजीकरण करवा कर इन धामों की यात्रा पर जा सकते है.

अक्षय तृतीया  से शुरू हुई चार धाम यात्रा

22 अप्रैल 2023 अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर चार धाम यात्रा की शुरुआत की गई थी. इस दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोल दिए गए थे. केदारघाटी में अगले एक सप्ताह तक मौसम खराब रहने की आशंका जताई जा रही है. मौसम विभाग के निवेदन पर राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम की यात्रा के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी है. बताते चलें की केदारनाथ में हुई भारी बर्फबारी ने प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने मौसम विभाग की ओर से अगले छह से सात दिनों में केदारनाथ धाम में बर्फबारी की संभावना जताए जाने के बाद गढ़वाल अंचल के जिलाध्यक्षों को तैयार रहने के निर्देश दिए थे.

पहले दिन 8 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए

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मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था

ज्ञात हो कि 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट सुबह 6.20 बजे खोले गए थे. मंदिर के मुख्य पुजारी जगद्गुरु रावल भीम शंकर लिंग शिवाचार्य ने मंदिर के कपाट खोले. मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया था. लेकिन खराब मौसम के कारण मंदिर जाने वाले हजारों तीर्थयात्रियों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया था. हालांकि पहले दिन 8 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए थे. हिमस्खलन की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन आवश्यक कार्रवाई कर रहा है. राज्य सरकार ने भी तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. यात्रियों से कहा गया है कि वे धाम जाने से पहले अपने साथ गर्म कपड़े और जरूरी सामान रखें.

3 मई तक बर्फबारी की चेतावनी
वहीं, मौसम विभाग ने भी आगामी 3 मई तक चारधाम में बर्फबारी की चेतावनी जारी की है. रुद्रप्रयाग पुलिस-प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वो मौसम का मिजाज देखकर ही आगे बढ़ें. बाबा केदार के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं से सरकार ने निवेदन किया है कि वो एक मई के बाद का ही अपना रजिस्ट्रेशन कराएं क्योंकि एक मई के लिए करीब 30 हजार लोगों ने बाबा केदार के दर्शन करने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है.

मौसम सामान्य होने पर शुरू होंगे पंजीकरण

अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल नरेंद्र सिंह क्वीरियाल ने मीडिया को बताया कि केदारनाथ के खराब मौसम को देखते हुए शासन के आदेश पर केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण को 3 मई तक रोक दिया गया है. स्थिति सामान्य होने और शासन से आदेश मिलने के बाद पंजीकरण शुरू किया जाएगा.

5 दिनों में 70 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री कर चुके दर्शन

रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा भदाणे ने जानकारी देते हुए बताया कि मौसम को देखते हुए यात्रा का संचालन किया जा रहा है. सोनप्रयाग में रजिस्ट्रेशन चेक करने के बाद यात्रियों को आगे भेजा जा रहा है. सुबह चार बजे से गौरीकुंड बैरियर यात्रियों के लिए केदारनाथ धाम जाने के लिए खोला जा रहा है. जिला प्रशासन के मुताबिक बीते पांच दिनों में 70 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके है. वहीं यात्रियों की भीड़ के कारण सोनप्रयाग में लंबा जाम लग जा रहा है. धाम में मौसम खराब होने के कारण तीर्थयात्रियों को सुबह 10 बजे तक ही सोनप्रयाग से आगे के लिए भेजा जा रहा है.

आदिगुरु शंकराचार्य ने करवाया था मंदिर का निर्माण

केदारनाथ उत्तराखंड के चार धामों में तीसरा धाम है. साथ ही ये मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. महाभारत काल में यहां शिवजी ने पांडवों को बेल के रूप में दर्शन दिए थे. मान्यता है कि 8वीं-9वीं सदी में आदिगुरु शंकराचार्य ने इस मंदिर को बनवाया था. मंदिर करीब 3,581 वर्ग मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और गौरीकुंड से करीब 16 किमी दूरी पर है. ​​​​​​

3 लाख परिवार केदारनाथ धाम पर निर्भर

उत्तराखंड के करीब 3 लाख परिवार बाबा केदारनाथ पर निर्भर हैं. इनका रोजगार श्रद्धालुओं और यात्रियों पर निर्भर है. कोरोना काल में धाम के कपाट बंद होने से यहां के स्थानीय लोगों पर काफी बुरी आर्थिक मार पड़ी थी. अब लोगों को उम्मीद है कि धीरे-धीरे सब पटरी पर आ जाएगा.

 

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