8 मार्च, 2022, दिल्ली( राजेश शर्मा) अपनी जायज़ और संवैधानिक माँगों को लेकर “दिल्ली स्टेट आंगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन” (DSAWHU) के नेतृत्व में चल रही आँगनवाड़ीकर्मियों की हड़ताल के 37वें दिन महिला दिवस के मौके पर हजारों महिलाओं ने राजघाट से लेकर दिल्ली सचिवालय तक जोरदार प्रदर्शन करते हुए रैली निकालीl
यूनियन की अध्यक्षा शिवानी ने कहा कि यूनियन से वार्ता कर जल्द समाधान निकालने की बजाय आम आदमी पार्टी और इसके महिला एवं बाल कल्याण विभाग मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम हड़ताली कर्मियों पर ही नित नये झूठे और घृणित आरोप लगा रहे हैं। ‘आप’ के मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम का कहना है कि आँगनवाड़ीकर्मियों की मौजूदा हड़ताल के पीछे भाजपा का हाथ है। मन्त्री महोदय महिलाकर्मियों को पद से निलम्बित करने की भी लगातार धमकियाँ दे रहे हैं। इस हड़ताल को इतना लम्बा खींचने के पीछे आम आदमी पार्टी के नेताओं का घमण्ड ज़िम्मेदार है। यूनियन शुरू से ही द्विपक्षीय वार्ता के लिए तैयार रही है और इस आशय से दर्जनों मेमोरेंडम विभाग और दिल्ली सरकार को सौंपे जा चुके हैं। इससे पहले ‘आप’ वाले बोल रहे थे कि ये कांग्रेस का आन्दोलन है। बीजेपी वालों को भी जब मंच नहीं दिया गया था तो वो भी यही बोल रहे थे कि इस आन्दोलन के पीछे कांग्रेस है। लेकिन जब कांग्रेस के नेताओं को भी यहाँ हड़ताल स्थल पर चलने वाले धरने में घुसने नहीं दिया गया तो ‘आप’ के मन्त्री बोलने लगे कि इस आन्दोलन के पीछे तो भाजपा है। इसी से पता चलता है कि इस आन्दोलन के पीछे कोई भी पार्टी नहीं है बल्कि यह आँगनवाड़ीकर्मियों का एक स्वतन्त्र आन्दोलन है। इसके बावजूद मन्त्री महोदय पूरी बेशर्मी पर उतारू हैं।
शिवानी ने आगे कहा कि राजेन्द्र पाल गौतम और इनकी आम आदमी पार्टी तो खुद धर्मांतरण, सीएए-एनआरसी, कश्मीर मसले, मन्दिर की राजनीति आदि मुद्दों पर भाजपा की गोद में बैठकर यह साबित कर चुकी है कि यह भाजपा की ‘बी टीम’ है। आम आदमी पार्टी लगातार नरम केसरिया राजनीति कर रही है। पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान भी इन्होंने खुलकर यही कार्ड खेला। ऐसे दोमुहे और दोगले लोग जब दूसरों पर बीजेपी के साथ होने का आरोप लगाएँ तो इनके आरोपों की असलियत बच्चा भी समझ सकता है।
यूनियन की सदस्य पूनम ने कहा कि पिछले 37 दिन से चल रही इस हड़ताल को तोड़ने के लिए केजरीवाल सरकार और विभाग ने तमाम गैर-कानूनी कोशिशें की हैं। इन कोशिशों में असफल होने की बौखलाहट में मन्त्री गौतम हमारे संघर्ष को बदनाम करने के प्रयास कर रहे हैं। मनीष सीसोदिया के खसमखास नवलेन्द्र कुमार सिंह 5 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में 2016 में पूर्व एलजी नजीब जंग ने निलम्बित किया गया था अब उन्हीं के द्वारा हड़ताली महिलाओं के साथ घटिया गाली-गलौच की जा रही है तथा आँगनवाड़ीकर्मियों को लगातार धमकियाँ दी जा रही हैं। लेकिन इनके ये सभी कुत्सित प्रयास असफल साबित हो रहे हैं। हमारा साफ़ कहना है कि भीख समान मामूली वेतन वृद्धि हमें नहीं चाहिए बल्कि हमारी सभी माँगों पर बिन्दुवार बातचीत होनी चाहिए और हमारे साथ सम्मानजनक समझौता होना चाहिए।
रजनी ने कहा कि जो भी हमारी जुझारू यूनियन दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन (DSAWHU) जो 2015 में बनी थी शिवानी
एक प्रमुख नेता रही हैं। शिवानी के नेतृत्व में दिल्ली में ‘जन सत्याग्रह पदयात्रा’ चली जिसके दौरान तक़रीबन 350 किलोमीटर की यात्रा पूरी की गईl
यूनियन की सदस्य सुनीता ने कहा कि निश्चित तौर पर दिल्ली सरकार के मन्त्री राजेंद्र पाल गौतम बौखलाहट में आकर हमारी यूनियन को बदनाम करने के मकसद से ऊल-जुलूल बयान दे रहे हैं।
शिवानी ने कहा कि आँगनवाड़ी कर्मियों के सम्बन्ध में लिया जाने वाला कोई भी फैसला हमारी मान्य और स्थापित यूनियन से बातचीत करके ही लिया जाना चाहिए। राजेन्द्र पाल गौतम ने तथाकथित मानदेय बढोत्तरी वाले दिन दिल्ली की 22,000 आँगनवाड़ी कर्मियों का प्रतिनिधित्व करने वाली हमारी यूनियन से बात तक करना उचित नहीं समझा। यही चीज़ आम आदमी पार्टी के ग़ैरजनवादी और तानाशाहीपूर्ण रवैये को दर्शाती है।हमें अपनी जायज़ माँगों के लिए आवाज़ उठाना और हड़ताल करना संवैधानिक और कानूनी हक़ है। सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह हमारे नेतृत्व से वार्तालाप करे और हमारी समस्याओं का ठोस निपटारा करे।