यह पूरा मामला अमरोहा के राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय मंगरोला का है जहां लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए अस्पताल बनाए गए लेकिन बनाने के बाद उनकी देखरेख नहीं की जाती ऐसा ही मामला अमरोहा के राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय मंगरोला का है जहां आयुर्वेदिक दवाइयों का भंडार लेकिन उसमें बना हुआ है गंदगी का अंबार जर्जर बिल्डिंग और चारों तरफ से गंदगी के लगे अंबार अपनी बेबसी का दर्द बयां नहीं कर पाता अस्पताल जब हमने इस पूरे मामले पर राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय के फार्मेसिस्ट बलि कुमार शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया की मैं इस अस्पताल में अभी चार-पांच दिन से ही यहां आया हूं पहले किया स्थिति थी यहां की यह पूर्व का स्टाफ ही जानता होगा लेकिन जब से मैं यहां आया हूं मैंने जब से देखा की यहां तो जर्जर अस्पताल और गंदगी का अंबार लगा रहता है बैठने के लिए भी कोई खास व्यवस्था नहीं यहां पर बैठते समय भी दुर्गंध आती है गांव के ही कुछ लोग यहां पर गंदगी कर देते हैं इतना ही नहीं यहां पर आने के लिए रास्ता भी ठीक नहीं है गांव में सड़क पर गंदा पानी भरा रहता है जिससे बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और हमने इस अस्पताल निर्माण के लिए अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है जिसमें अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दे दिया गया है की जल्दी इसी वर्ष 2021 में इसका निर्माण शुरू करा दिया जाएगा मरीज भी दवाई लेने के लिए यहां बहुत आते हैं लेकिन ऐसी स्थिति में जहां अस्पताल ही खुद मरीज बना हुआ हो तो इसका अंदाजा किया लगाया जा सकता है जिसमें ना बैठने की व्यवस्था और ना ही साफ सफाई चारों तरफ है तो सिर्फ गंदगी ही गंदगी जहां सरकार तरह तरह की योजनाएं तरह तरह की स्वास्थ्य सेवाएं दे रही है तो वही स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले अस्पतालों की स्थिति आप देखेंगे तो आपके होश उड़ जाएंगे की जो स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले अस्पतालों की स्थिति यह है ना बैठने की व्यवस्था ना साफ सफाई ना अच्छी बिल्डिंग है तो सिर्फ जर्जर बिल्डिंग और उसमें लगा कूड़े का ढेर उसी में बैठ कर दी जा रही मरीजों को दवाइयां फार्मेसिस्ट ने कहा कि मैं अपने बैठने के लिए भी खुद साफ सफाई कर कर तब अपने रूम में बैठता हूं फार्मेसिस्ट अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए मरीजों को दे रहे दवाई समय पर आकर अस्पताल में अपनी ड्यूटी निभा रहे उच्च अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी नहीं दिया कोई ध्यान
जिम्मेदारों की लापरवाही से खस्ताहाल है मंगरोला का ये अस्पताल-आँचलिक ख़बरें-दीपक कुमार
