बहराइच जतिन मलिक नितिन मलिक ने कहा कि व्यक्ति की पहचान उसके माता-पिता से शुरू होती है धीरे-धीरे बचपन बीतने के बाद जब 18 वर्ष की आयु पूरी होती है तो उसे धीरे-धीरे अपनी जिम्मेदारियां समझ आने लगती है लेकिन सबसे पहली सोच होती है भविष्य में कुछ बदलाव करने का इसी को लेकर प्रिया मेहरोत्रा ने पहली बार मतदान करने के लिए काफी उत्सुक दिख रहे हैं चुनाव में पहली बार मतदान करने के लिए 2022 में अपने विधानसभा चुनाव मैं अपना मतदान करके अपना पहला कदम बढ़ाकर आगे बढ़ना चाहते हैं शिक्षा के साथ-साथ उम्र बढ़ते ही जिम्मेदारियां बढ़ती चली जाती हैं देखा जाए तो 18 से 25 के बीच युवाओं के पढ़ाई कमाई और हसरतें पूरा करने का भी समय होता है 25 से 40 के बीच शादी से लेकर घर की सारी जिम्मेदारी और माता-पिता की देखभाल सब कुछ उठानी पड़ती है ने यह भी बताया कि समाज को चाहिए कि आप एक ऐसा नेता चुने जो सभी की सुरक्षा विकास और रोजगार दे सके समस्याओं को लेकर आवाज उठा सके जनता को सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का लाभ दिला सके और हर एक सुख दुख में शामिल हो सके जतिन मलिक, नितिन मलिक, हम लोग सभी मतदाताओं से अपील करते हैं कि ज्यादा से ज्यादा वोट डाले अपने अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक संख्या में मतदान करे