United Kisan Morcha से जुड़े संगठनों ने एक बार फिर खोला मोर्चा

Aanchalik khabre
By Aanchalik khabre
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United Kisan Morcha से जुड़े संगठनों ने खोला मोर्चा
United Kisan Morcha से जुड़े संगठनों ने खोला मोर्चा

United Kisan Morcha से जुड़े हरियाणा के पांच किसान संगठनों ने सरकार के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है

निसिंग। United Kisan Morcha से जुड़े हरियाणा के पांच किसान संगठनों ने सरकार के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। इस माह के आखिर से 19 जनवरी तक अलग-अलग जिलों में धरने प्रदर्शन किए जाएंगे। मंगलवार को डेरा कार सेवा में हुई पांच किसान संगठनों की हुई बैठक में कई निर्णय लिए गए।

बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम के प्रदेश प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी ने की। मीटिंग में भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह, बीकेएमयू, भारतीय किसान यूनियन सर छोटू राम, क्रांतिकारी किसान यूनियन, पगड़ी संभाल जट्टा व किसान संघर्ष समिति हरियाणा प्रतिनिधि शामिल रहे।

United Kisan Morcha से जुड़े संगठनों ने खोला मोर्चा
United Kisan Morcha से जुड़े संगठनों ने खोला मोर्चा

किसान नेताओं ने कहा कि किसानों की कर्ज मुक्ति एमएसपी और दिल्ली किसान आंदोलन तथा लखीमपुर खीरी के शहीदों को इंसाफ के दिलाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा आंदोलनरत है। आगामी आंदोलन के तहत संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले पांच किसान संगठन मिलकर धरने प्रदर्शन करेंगे।

3 कमिश्नरयों पर धरने प्रदर्शन किए जाएंगे। अंबाला में 29 दिसंबर,4 जनवरी को हिसार व 10 जनवरी को रोहतक में प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद 19 जनवरी को करनाल में कन्वेंशन होगी और मशाल मार्च निकाला जाएगा।

United Kisan Morcha की मुख्य मांगों में कानून बनाकर हक दिया जाए

United Kisan Morcha की मुख्य मांगों में जुमला मालिकाना ,देह शामलात, पट्टेदार ,मुस्तरका मालिकाना आदि सभी प्रकार की जमीनों के किसानों को विधानसभा में कानून बनाकर हक दिया जाए, स्वामी नाथन रिपोर्ट के अनुसार किसानों को सभी फसलों के भाव एमएसपी खरीद गारंटी कानून के अनुसार दिए जाएं, किसानों और खेत मज़दूरों की सम्पूर्ण कर्जा मुक्ति हो, 2013 भूमि अधिग्रहण बिल को संपूर्ण रूप से लागू किया जाए।

केंद्र सरकार से प्रधानमंत्री की चिट्ठी द्वारा जो राज्यों में कानून बदलाव कर भूमि अधिग्रहण नीति लागू की गई है उसे रद्द किया जाए, किसानों के सभी फसलों के मुआवजे दिए जाएं और गन्ने की बकाया भुगतान दी जाए, किसानों को पोल्यूशन एक्ट से बाहर किया जाए, पराली जलाने के सभी केस र द्द किए जाएं, कोपेरेटिव सोसायटी में किए गए बदलाव रद्द हों तथा नौजवानों को नशे से बचाया जाए और उन्हें रोजगार मुहैया करवाया जाए शमिल हैं।

बैठक में सुरेश कौथ, अमरजीत सिंह मोहड़ी, मंदीप नथवाण, सुखविंदर सिंह औलख ,बहादुर मेहला बलड़ी, अमृत पाल बुग्गा, संजीव कुमार, संजू लंबरदार, धर्मपाल बडाला, जय सिंह जलबेडा व उम्मेद सिंह सरपंच मौजूद रहे।

 

जोगिंद्र सिंह, निसिंग

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