अब्दुल हसन सिद्दीकी
आला हज़रत के छोटे साहिबज़ादे मुफ़्ती आज़म-ए-हिन्द हज़रत अल्लामा मुफ़्ती मुस्तफ़ा रज़ा क़ादरी नूरी(मुस्तफ़ा मियां) का 43 वॉ एक रोज़ा उर्स-ए-नूरी दरगाह परिसर में एक अगस्त मंगल को मनाया जाएगा। साथ ही कर्बला के शहीदों को खिराज़ पेश किया जाएगा। उर्स के दौरान होने वाले सभी कार्यक्रम दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां) की सदारत में होगें।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि उर्स का आगाज़ रज़ा मस्जिद में बाद नमाज़ फ़ज़्र कुरानख्वानी से होगा। दिन में नात-ओ-मनकबत का सिलसिला जारी रहेगा। मुख्य कार्यक्रम बाद नमाज़-ए-ईशा रात 10 बजे शुरू होगा। देश भर से आये उलेमा की तक़रीर दरगाह प्रमुख हज़रत सुब्हानी मियां की मौजूदगी में होगी। रात एक बजकर चालीस मिनट पर कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। वरिष्ठ मुफ़्ती मुफ़्ती सलीम नूरी बरेलवी ने बताया कि ख़ुसूसी दुआ सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां की होगी। सभी ज़ायरीन के लिए हुसैनी व नूरी लंगर भी जारी रहेगा।
उर्स की तैयारियों को लेकर आज एक बैठक दरगाह स्थित टीटीएस मुख्यालय पर हुई। जिसमें मुख्य रूप से टीटीएस राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शाहिद खान नूरी,औररंगज़ेब नूरी,परवेज़ खान नूरी,अजमल नूरी,हाजी जावेद खान,ताहिर अल्वी,मंज़ूर रज़ा,शान रज़ा,अब्दुल माजिद क़ादरी,आसिफ रज़ा,ख़लील क़ादरी,आलेनबी,इशरत नूरी,मुजाहिद बेग,सुहैल रज़ा,गौहर खान,मोहसिन रज़ा,सय्यद एजाज़,सय्यद माजिद, साकिब रज़ा,ज़ीशान कुरैशी,काशिफ सुब्हानी,अरवाज़ रज़ा,आसिफ नूरी,सबलू अल्वी,अश्मीर रज़ा,रफी रज़ा, इरशाद रज़ा आदि लोग मौजूद रहे।