मोहम्मद शाजिल
सामाजिक कार्यकर्ता संगठन के संयोजक मोहम्मद अफाक इमामिया एजुकेशन ट्रस्ट के सेक्रेटरी सय्यद मौलाना अली हुसैन कुम्मी मोहम्मद सलमान आदि लोगों ने पुलिस प्रशासन का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि जिस तरह से पुलिस ने और तमाम जनता ने मोहर्रम के महीने को खास तौर से 10 दिन जो कामयाब बनाए गए हैं उसकी जिम्मेदारी पूरे शहर की जनता की थी खास करके पुलिस प्रशासन की जो पूरी पाई गई आगे मोहम्मद अफाक ने बताया कि अगर प्रशासन के लोग चाहे ले मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम दें तो कहीं भी दंगा फसाद क्राइम वगैरा नहीं हो सकता यह पुलिस की सक्रियता ही थी जो मोहर्रम के के 10 दिन कामयाब हुए आगे भी पुलिस की और आवाम की सपोर्ट से कामयाबी मिलेगी इमामिया एजुकेशन ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी मौलाना अली हुसैन कुम्मी ने कहा इमाम हुसैन किसी एक फिरके के नहीं थे बलके के सारे धर्म के मानने वालों के थे मगर इमाम हुसैन को बांटने का मकसद अहले बैट को बांटने का मकसद होता है और आगे भी हम चाहते हैं दुनियाभर के मुसलमान अमन पसंद लोग इमाम हुसैन की शहादत को बोशे बोशे मे पहुंचाएं अंत में मोहम्मद अफाक ने कहा 10 मोहर्रम को इमाम हुसैन की शहादत को तो बताया जाता है 10 मोहर्रम की फजीलत ए जो और भी हैं वह नहीं बताई जाती जबकि इस्लाम की शुरुआत आदम अलैहिसलाम से लेकर मूसा अलैहिसलाम इब्राहिम अलैहिसलाम यूनुस अलैहिसलाम और तमाम अंबिया अलैहिस्सलाम की फजीलत है इस महीने में जो नहीं बताई जाती उस फजीलतओं को भी खासतौर पर बताना चाहिए जो इस्लाम के मानने वालों के लिए जरूरी है आगे मोहम्मद सलमान कहते हैं इस महीने का खास तौर पर सबको एहतराम करना चाहिए और भाईचारा मोहब्बत का पैगाम देना चाहिए और किसी भी तरह का ढोल ताशा या जश्न मनाने से परहेज करना चाहिए और जो जो कम इल्म लोग जो इस महीने को जश्न की तरह मनाते हैं उन्हें इन बातों से परहेज करना चाहिए और इस्लाम की जो हकीकत है उसे जानकर इस महीने का एहतराम करना चाहिए