Amroha UP : अमरोहा में घटिया सामग्री से हो रहे नाले के निर्माण पर हंगामा, प्रशासन ने रुकवाया काम

News Desk
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अमरोहा। शहर में अव्यवस्थित विकास कार्यों को लेकर एक बार फिर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार को फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित वासुदेव तीर्थ के पीछे बन रहे नाले की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए स्थानीय लोगों ने हंगामा कर दिया। आरोप था कि नाले के निर्माण में बेहद घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। लोगों का कहना था कि नाले के निर्माण में नाममात्र का सीमेंट मिलाया गया था और ज्यादातर बजरी और मिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिससे नाला जल्द ही टूट सकता है।

स्थानीय लोगों ने जब नाले के निर्माण की यह स्थिति देखी तो मौके पर ही विरोध शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो वायरल होते ही लोगों का गुस्सा और भड़क गया और देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। उन्होंने नाले की घटिया गुणवत्ता को लेकर जमकर नारेबाजी की और ठेकेदार पर गंभीर आरोप लगाए।

स्थानीय लोगों का आक्रोश, निर्माण कार्य पर उठाए सवाल

नाले के निर्माण को लेकर लोगों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार द्वारा निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था। नाले की मजबूती के लिए पर्याप्त मात्रा में सीमेंट नहीं मिलाया जा रहा था, जिससे इसके टिकाऊ होने पर संदेह था।

एक स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने बताया, “हम इस नाले के निर्माण कार्य को कई दिनों से देख रहे थे। शुरुआत में हमें लगा कि प्रशासन इसे सही तरीके से करवा रहा है, लेकिन जब हमने खुद निर्माण कार्य को करीब से देखा तो पता चला कि इसमें बहुत ही कम मात्रा में सीमेंट मिलाया जा रहा है। ज्यादातर सिर्फ बजरी और मिट्टी का इस्तेमाल हो रहा था। अगर इसे इसी तरह बनाया जाता तो यह कुछ ही महीनों में टूट जाता।”

वहीं, मोहल्ले के एक अन्य निवासी दीपक शर्मा ने कहा, “हमारी गाढ़ी कमाई के पैसों से टैक्स जाता है और उसी पैसे से ये निर्माण कार्य होते हैं। लेकिन ठेकेदार और अधिकारी मिलकर इस पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। इस नाले के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा था, जो बर्दाश्त से बाहर है।”

स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता तो नाला बनने के कुछ महीनों बाद ही उसमें दरारें आ जातीं और बरसात में पूरी तरह टूट सकता था। इससे क्षेत्र में जलभराव की समस्या बढ़ सकती थी।

वीडियो वायरल होने के बाद मौके पर उमड़ी भीड़, हंगामे के बाद प्रशासन हरकत में आया

जब स्थानीय लोगों ने घटिया निर्माण कार्य का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला, तो यह तेजी से वायरल हो गया। वीडियो वायरल होते ही इलाके के अन्य लोग भी मौके पर पहुंचने लगे और देखते ही देखते वहां भीड़ जमा हो गई।

लोगों ने नाले की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जमकर हंगामा किया और ठेकेदार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्यवाही करने की मांग की।

सूचना मिलने पर अधिशासी अधिकारी (ईओ) डॉ. बृजेश कुमार ने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जूनियर इंजीनियर (जेई) को मौके पर भेजा और नाले के निर्माण कार्य को तुरंत प्रभाव से रुकवा दिया।

ईओ डॉ. बृजेश कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत नाले के निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। उन्होंने कहा कि नाले के निर्माण में उपयोग की जा रही सामग्री की सैंपलिंग कराई जाएगी और यदि जांच में घटिया सामग्री का उपयोग पाया गया, तो ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।

ईओ ने कहा, “शहर में किसी भी निर्माण कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमने मौके पर जेई को भेजकर नाले के निर्माण कार्य को रुकवा दिया है और जांच के आदेश दिए हैं। यदि जांच में पुष्टि होती है कि घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा था, तो ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन को निर्माण कार्यों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए ताकि इस तरह की गड़बड़ियां न हो सकें।

एक स्थानीय निवासी प्रीति वर्मा ने कहा, “यह कोई पहली बार नहीं है जब निर्माण कार्य में धांधली हो रही है। हर बार कुछ ठेकेदार मनमानी करते हैं और घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर जनता के पैसे को बर्बाद करते हैं। प्रशासन को इस पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।”

वहीं, समाजसेवी विजय सिंह ने कहा, “हम मांग करते हैं कि नाले की निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच की जाए और दोषी पाए जाने पर ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। साथ ही, भविष्य में इस तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए।”

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पहले भी हो चुके हैं घटिया निर्माण के मामले

यह पहली बार नहीं है जब अमरोहा में घटिया निर्माण कार्य को लेकर हंगामा हुआ है। इससे पहले भी शहर में कई बार निर्माण कार्यों में अनियमितताओं की शिकायतें सामने आ चुकी हैं।

बीते साल भी एक सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग करने की शिकायत आई थी, जिसके बाद प्रशासन ने ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। इसी तरह, जल निगम द्वारा बिछाई गई पाइपलाइन को लेकर भी कई बार अनियमितताओं की शिकायतें दर्ज कराई गई थीं।

शहर में बार-बार हो रहे घटिया निर्माण कार्य यह दर्शाते हैं कि ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं और प्रशासन की अनदेखी के चलते भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में जरूरी है कि प्रशासन इस तरह की लापरवाही के मामलों में सख्ती बरते और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करे।

स्थानीय लोग चाहते हैं कि नाले के निर्माण की पूरी जांच हो और जो भी दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

ईओ डॉ. बृजेश कुमार का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “यदि निर्माण कार्य में अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमारा प्रयास है कि शहर में जो भी निर्माण कार्य हो, वह पूरी गुणवत्ता के साथ हो ताकि जनता को किसी प्रकार की परेशानी न हो।”

अमरोहा शहर में घटिया सामग्री से हो रहे नाले के निर्माण पर स्थानीय लोगों ने हंगामा कर विरोध जताया, जिसके बाद प्रशासन को मजबूरन हस्तक्षेप करना पड़ा। ईओ ने मौके पर पहुंचकर नाले के निर्माण कार्य को रुकवा दिया और जांच के आदेश दिए।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन दोषियों पर क्या कार्रवाई करता है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं। यदि प्रशासन सख्त कार्रवाई करता है, तो यह अन्य ठेकेदारों के लिए भी एक सख्त संदेश होगा कि किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

 

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