Chitrakoot से मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ वन्दना श्रीवास्तव ने बताया

Aanchalik khabre
By Aanchalik khabre
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Chitrakoot की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वंदना श्रीवास्तव ने जानकारी दी

कतिपय समाचार पत्र में प्रकाशित समाचार “भीषण गर्मी का कहर महोबा Chitrakoot में सात की जान गई के संदर्भ में आख्या निम्नवत है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वंदना श्रीवास्तव  ने बताया कि जिसमें रामनरेश, उम्र 62 वर्ष, निवासी सकरौली जिला संयुक्त चिकित्सालय, Chitrakoot के अभिलेखों के अनुसार 20 मई 2024 को 12:10 ए०एम० पर मरीज रामनरेश पुत्र देवी दयाल उम्र 62 वर्ष पता सकरौली, थाना-पहाडी को उसके भाई जय नरेश द्वारा जिला संयुक्त चिकित्सालय, चित्रकूट इलाज हेतु लाया गया था।

 

Chitrakoot

 

आकस्मिक चिकित्साधिकारी, जिला संयुक्त चिकित्सालय चित्रकूट की आख्या के अनुसार मृतक की मृत्यु चिकित्सालय पहुंचने से पहले ही चुकी थ । अवंतिका, उम्र 05 माह, निवासी रानीपुर भट्ट जिला संयुक्त चिकित्सालय, Chitrakoot के अभिलेखों के अनुसार 20 मई 2024 को समय 01:40 ए०एम० पर मरीज अवंतिका पुत्री विजय उम्र 05 माह, पता-रानीपुर भट्ट को उसके दादा अजय द्वारा जिला चिकित्सालय, Chitrakoot इलाज हेतु लाया गया था।

 

आकस्मिक चिकित्साधिकारी, जिला संयुक्त:चिकित्सालय, Chitrakoot की आख्या के अनुसार मृतक की मृत्यु चिकित्सालय पहुंचने से पहले हो चुकी थी। तिजिया देवी, उम्र 70वर्ष, निवासी चकौध जिला संयुक्त चिकित्सालय, Chitrakoot के अभिलेखों के अनुसार 20 मई 2024 को समय 03.20 ए०एम० पर मरीज तिजिया देवी, उम्र 70 वर्ष पत्नी बाबूलाल, पता-चकौध कर्वी को उसके पुत्र अमित द्वारा जिला चिकित्सालय, Chitrakoot इलाज हेतु लाया गया था,आकस्मिक चिकित्साधिकारी, जिला संयुक्त चिकित्सालय Chitrakoot की आख्या के अनुसार मृतक की मृत्यु चिकित्सालय पहुंचने से पहले हो चुकी थी। फूलवन्द्र निषाद, उम्र 55 वर्ष, निवासी-हरीशनपुर, सरघुवा- जिला संयुक्त चिकित्सालय, चित्रकूट में 20 मई 2024 को समय 05.50 पी०एम० पर मरीज फूलबन्द्र निषाद उम्र 55 वर्ष पता-हरीशनपुर सरघुवा भर्ती किये गये थे।

 

मरीज को सांस फूलने की तकलीफ तथा पेट में सूजन व दर्द एवं एसाइटिस की बिमारी थी तथा मरीज की अवस्था गंभीर थी। मरीज का आकस्मिक विभाग में सभी सम्भव चिकित्सा उपचार के उपरान्त समय 08:20 पी०एम० पर हृदय गति रुकने के कारण मृत्यु हो गयी। उनकी मृत्यु का कारण उल्टी, दस्त, बुखार नहीं था। वर्तमान में अद्यतन स्थिति तक किसी भी मरीज की मृत्यु भीषण गर्मी/लू से नहीं हुई है।
                                                                                                                                             

                                                                                                                                                           चित्रकूट से प्रमोद मिश्रा

 

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