पुलिस की सतर्कता से सत्येंद्र की सकुशल बरामदगी, तीन आरोपी हिरासत में
दिनदहाड़े मंदिर से अपहरण, पुलिस ने कुछ घंटों में युवक को बचाया
मोठ के पास से सत्येंद्र सुरक्षित मिला, पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को दबोचा
पुरानी रंजिश के चलते हुआ अपहरण, पुलिस ने तुरंत की कार्रवाई
पुलिस की सतर्कता से सत्येंद्र की सकुशल बरामदगी, तीन आरोपी हिरासत में
झांसी। चिरगांव के कलेक्टरगंज क्षेत्र में हुए सनसनीखेज अपहरण कांड का पुलिस ने कुछ ही घंटों में सफल खुलासा कर दिया। पुलिस की सतर्कता और तेजी से हुई कार्रवाई के चलते मोठ के पास से युवक को सकुशल बरामद कर लिया गया, वहीं इस मामले में तीन संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। इस घटना ने पूरे इलाके में भय और दहशत का माहौल पैदा कर दिया था। लेकिन, पुलिस की मुस्तैदी के चलते सत्येंद्र को सही-सलामत परिवार के पास पहुंचा दिया गया।
क्या था पूरा मामला?
सत्येंद्र उर्फ सत्यनारायण अग्रवाल (40 वर्ष) रोज की तरह कलेक्टरगंज स्थित श्री साईं बाबा मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे। जैसे ही वह मंदिर से बाहर निकले, तभी एक फोर-व्हीलर गाड़ी वहां आकर रुकी, जिसमें पहले से ही 6-7 बदमाश मौजूद थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी से कुछ लोग तेजी से उतरे और सत्येंद्र को जबरदस्ती पकड़कर गाड़ी में घसीट लिया। जब सत्येंद्र ने बचने की कोशिश की और शोर मचाया, तो बदमाशों ने उसे धमकाया और गाड़ी में डालकर फरार हो गए।
घटना होते ही मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत सत्येंद्र के परिवार को सूचना दी, जिसके बाद परिजन घबराए हुए थाने पहुंचे और पुलिस से मदद की गुहार लगाई।
पुरानी रंजिश बनी अपहरण की वजह?
पुलिस जांच में सामने आया कि यह घटना किसी अज्ञात गिरोह या फिरौती से जुड़ी नहीं थी, बल्कि यह एक पुरानी रंजिश का नतीजा थी।
कुछ दिन पहले सत्येंद्र का कुछ लड़कों के साथ झगड़ा हुआ था, जिसमें दोनों पक्षों के बीच काफी कहासुनी और मारपीट भी हुई थी। इसी विवाद का बदला लेने के लिए उसी गुट के कुछ लोग आज सुबह सत्येंद्र को जबरदस्ती उठा ले गए।
पुलिस के अनुसार, पहले से ही बदला लेने की साजिश रची गई थी, और मौका मिलते ही बदमाशों ने सत्येंद्र का अपहरण कर लिया।
परिवार का डर और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सत्येंद्र के परिवार को जब इस घटना की जानकारी मिली, तो उनकी चिंता और डर का ठिकाना नहीं था। उन्होंने पुलिस से सत्येंद्र को जल्द से जल्द ढूंढने की अपील की।
पुलिस ने बिना समय गंवाए इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच टीम को तुरंत सक्रिय कर दिया। चिरगांव थाना प्रभारी ने कहा,
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम को तुरंत सक्रिय कर दिया गया। अपहरणकर्ताओं की तलाश के लिए सभी संभावित रास्तों और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। कुछ सुराग मिलने के बाद हमारी टीम मोठ की ओर बढ़ी, जहां हमें सफलता मिली।
मोठ के पास से सकुशल बरामद हुआ सत्येंद्र
पुलिस ने अपनी सक्रियता और सूझबूझ से अपहरणकर्ताओं का पीछा किया और उन्हें दबोच लिया। पुलिस ने मोठ के पास एक स्थान से सत्येंद्र को सुरक्षित बरामद कर लिया।
सत्येंद्र की सकुशल वापसी के बाद परिवार ने राहत की सांस ली। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की इलाके में काफी सराहना हो रही है।
तीन आरोपी हिरासत में, पूछताछ जारी
इस अपहरण कांड में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है।
थाना प्रभारी ने बताया, हमने तीन मुख्य संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है। बाकी आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है।
इलाके में बढ़ी दहशत, व्यापारियों में रोष
सत्येंद्र के अपहरण की घटना के बाद इलाके में डर और गुस्से का माहौल देखने को मिल रहा है। सत्येंद्र खुद एक व्यापारी परिवार से ताल्लुक रखते हैं, और इस घटना के बाद व्यापारी वर्ग में आक्रोश है।
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यदि दिनदहाड़े इस तरह की वारदातें होती रहीं, तो इलाके में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो जाएगी। व्यापारी संघ ने पुलिस प्रशासन से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
परिवार ने पुलिस को दिया धन्यवाद
परिजनों ने सत्येंद्र की सुरक्षित वापसी के लिए पुलिस का आभार व्यक्त किया।
सत्येंद्र के एक करीबी रिश्तेदार ने कहा, हमें पुलिस पर पूरा भरोसा था, और उन्होंने सच में बहुत अच्छा काम किया। हम उनके शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने इतनी तेजी से सत्येंद्र को ढूंढ निकाला।
क्या होगा अगला कदम?
अब सभी की निगाहें पुलिस की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।
क्या बाकी अपहरणकर्ता भी जल्द पकड़े जाएंगे?
क्या इस केस में और खुलासे होंगे?
क्या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कोई कड़ा कदम उठाया जाएगा?
पुलिस प्रशासन इस घटना को लेकर काफी गंभीर नजर आ रहा है और अब आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
इस पूरे मामले में पुलिस की मुस्तैदी और तेजी ने एक बड़ी घटना को टाल दिया। सत्येंद्र की सकुशल बरामदगी से यह साबित हो गया कि अगर पुलिस समय पर एक्शन ले, तो अपराधियों के मंसूबों पर पानी फेरा जा सकता है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और क्या शहर में कानून-व्यवस्था को और सख्त किया जाता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
चिरगांव उत्तर प्रदेश से नासिर खान की रिपोर्ट देखते रहिये आपका अपना चैनल आंचलिक खबरें अपनों की खबर आप तक