International Women’s Day: बाबू अनन्त राम जनता महाविद्यालय कौल के प्राचार्य डॉ. ऋषिपाल के कुशल निर्देशन, महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका, इतिहास विभागाध्यक्षा डॉ. पुष्पा, पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार गाबा एवं आईक्यूएसी की संयोजिका डॉ. कोमल रानी की देखरेख में International Women’s Day के उपलक्ष्य में दो दिवसीय राष्ट्र स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता व शपथ कार्यक्रम का सफल आयोजन एस डी महिला महाविद्यालय नरवाना के साथ समझौता ज्ञापन के अनुसार किया गया।
इस प्रतियोगिता की संयोजिका डॉ. पुष्पा ने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के उत्कृष्ट कार्यो एवं सशक्त राष्ट्र निर्माण में महिलाओं का क्या योगदान है उस पर प्रकाश डालना है। महिलाओं की हिस्सेदारी को बढ़ावा देने और उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के मकसद से हर साल 8 मार्च को International Women’s Day मनाया जाता है। इसका मकसद महिलाओं को समझ में बराबरी और सम्मान दिलाना है। महिलाएं समाज का अहम हिस्सा है। वह राष्ट्र निर्माण में भी अपना अहम योगदान दे रही हैं।
ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन से विद्यार्थियों के सामान्य ज्ञान की बढ़ोतरी होती है। उन्हें पता चलता है कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपना अद्वितीय योगदान दे रही हैं। डॉ. राजीव कुमार गाबा ने बताया कि इस राष्ट्र स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 402 विद्यार्थियों ने बहुत ही सक्रियता के साथ भाग लिया। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रतियोगिता में देश के हर राज्य के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
प्राचार्य डॉ. ऋषिपाल ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा की महिला प्रकोष्ठ, इतिहास विभाग, पुस्तकालय विभाग, आई क्यूएसी, एस डी महिला महाविद्यालय, नरवाना के साथ समझौता ज्ञापन के अनुसार इस प्रतियोगिता को करवाने में सफल हुआ। प्राचार्य डॉ. ऋषिपाल ने एस डी महिला महाविद्यालय नरवाना की प्राचार्या डॉ. अंजना लोहान, एनएसएस अधिकारी डॉ शालू सचदेवा, आई क्यूएसी की संयोजिका डॉ नयन दीप का विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में भरपूर सहयोग प्रदान किया ।
International Women’s Day परडॉबलरामशर्मानेकहामहिलाओंकोराजनीतिकजागरूकताजरूरी
राजकीय महाविद्यालय घरौंडा की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा गांव ज्ञानपुरा में चल रहे सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर में डी ए वी कॉलेज करनाल के राजनीतिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ बलराम शर्मा को आमंत्रित किया गया। कैंप में पहुंचने पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुरेश शर्मा ने उनका स्वागत किया।
डॉ बलराम शर्मा ने International Women’s Day के उपलक्ष में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि विश्व में सच्चे अर्थों में लोकतंत्र की स्थापना करनी है तो महिलाओं को राजनीतिक कार्यों में रुचि को बढ़ाना होगा। यदि महिलाएं राजनीतिक रूप से जागरूक होगी तो वह अच्छे जनप्रतिनिधियों के चुनाव में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकती हैं । डॉ बलराम शर्मा ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के अतिरिक्त महिलाओं को विधानसभा, लोकसभा एवं राज्यसभा में भी आरक्षण देना चाहिए ।
ताकि वास्तविक रूप में भारत में प्रजातंत्र की स्थापना की जा सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी एक जनप्रतिनिधि के रूप में सभी कार्य स्वयं करने चाहिए और जनता की कसौटी पर खरा उतरना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुरेश शर्मा ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद किया और कहा कि International Women’s Day की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब महिलाएं राजनीतिक रूप से जागरूक होगी। इस अवसर पर निशा,ज्योति,आरती, दीपा,कमला,सुनहरी,संजू,माधव श्रीवास्तव व रविंदर इत्यादि स्वयंसेवक मुख्य रूप से मौजूद रहे।